नई दिल्ली- दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) द्वारका द्वारा बच्चों के उत्पीड़न से आहत अभिभावकों ने शिक्षा निदेशालय के निदेशक को सौंपी गई औपचारिक शिकायत के बाद, शुक्रवार को सरकारी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों द्वारा जांच शुरू की गई है।
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गुरुवार को 100 से अधिक अभिभावक और छात्र शिक्षा निदेशालय मुख्यालय पर एकत्रित हुए और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने यह चिंता व्यक्त की कि एक और दो अप्रैल को की गई प्रारंभिक जांच अपर्याप्त थी और जो रिपोर्ट सौंपी गई, वह न तो सटीक थी और न ही पूरी। इसके जवाब में, शिक्षा निदेशक ने सभी हितधारकों को आश्वस्त किया कि एक गंभीर और पारदर्शी जांच की जाएगी।
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इस आश्वासन के अनुसार, सरकारी अधिकारियों ने अब जांच की जिम्मेदारी संभाल ली है, जिसमें 20 मार्च के बाद से स्कूल के सभी सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा, और छात्रों व अभिभावकों के वीडियो और लिखित बयान एकत्र करना शामिल है।
अभिभावकों ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर सभी साक्ष्यों की निष्पक्ष जांच की जाए और जांच अधिकारियों पर किसी भी प्रकार का बाहरी दबाव—चाहे वह स्कूल से हो या राजनीतिक—न डाला जाए, तो सच्चाई अवश्य सामने आएगी।