गाजियाबाद। 2 अक्टूबर 2024 को महात्मा गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर कलैक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान सर्वप्रथम जिलाधिकारी महोदय सहित उपस्थित सभी गणमान्य अधिकारी/कर्मचारीगण द्वारा महात्मा गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी।
जिलाधिकारी द्वारा सभी को शपथ दिलाई गई। शपथ में कहा गया कि महात्मा गाँधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। महात्मा गाँधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर मॉ भारती को आजाद कराया। अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें। मैं शपथ लेता हूँ कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूँगा और उसके लिये समय दूँगा। हर वर्ष 100 घण्टे यानी हर सप्ताह 2 घण्टे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूँगा। मैं न गन्दगी करूँगा न किसी को करने दूँगा। सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मुहल्ले से, मेरे गाँव से एवं मेरे कार्य स्थल से शुरूआत करूँगा।
मैं मानता हूँ कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं उसका कारण यह है कि वहाँ के नागरिक गन्दगी नहीं करते और न ही होने देते हैं। इस विचार के साथ मैं गाँव-गाँव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूँगा। मैं आज जो शपथ ले रहा हूँ, वह अन्य 100 व्यक्तियों से भी करवाऊँगा। वे भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए 100 घण्टे दें, इसके लिए प्रयास करूँगा। मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया मेरा एक कदम पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा। इसके उपरान्त गांधी जी का प्रिय भजन ”रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम” गाया गया।
जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सर्वप्रथम महात्मा गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती की शुभकानाऐं देते हुए उनके जीवन वृतान्त पर प्रकाश डाला। उन्होने महात्मा गांधी की आत्मकथा ‘सत्य के साथ मेरे प्रयोग’ पढ़ने हेतु प्रेरित किया। जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि हमें अपने जीवन में महापुरूषों के आदर्शों को आत्मसात करते हुए गांधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करना चाहिए। जैसे की अभी हम सभी लोगों ने शपथ ली है, हम सभी को इस शपथ को अपने जीवन में आत्मसात करेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा भारत स्वच्छ व सुन्दर भारत होगा। हम सभी को अपने विचारों और कार्यशैली में स्वच्छता को अनिवार्य रूप से अपनाने करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एडीएम सिटी गम्भीर सिंह ने गांधी जी व शास्त्री जी के आदर्शों पर चलने हेतु उनके जीवन से जुडे कुछ विशेष वृतान्तों पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही गांधी जी और शास्त्री जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए अन्य वक्ताओं में संजय सिंह जिला आबकारी अधिकारी ने ”नेता का हो वहीं स्वभाव” सुन्दर कविता सुनाई, गजेन्द्र सिंह राजस्व निरीक्षक द्वारा ”श्री राम नाम जपते रहो” आनन्दित भजन सुनाया, प्रेम सिंह स्टैनों एडीएम एफ/आर द्वारा ”बापू हमारे स्वर्ग सिधारें” मनमोहक गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन प्रमोद न्यायिक सहायक प्रथम द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में लड्डू वितरित किये गए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से एडीएम ई रणविजय सिंह, एडीएम सिटी श्री गम्भीर सिंह, एडीएम एफ/आर सौरभ भट्ट, सिटी मजिस्ट्रेट डॉ.संतोष कुमार उपाध्याय, सीटीओ श्रीमती पुष्पांजलि एसडीएम न्यायिक चन्द्रेश, ज्यान्ट मजिस्ट्रेट निखिल चक्रवर्ती, जिला सूचना अधिकारी योगेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी गण उपस्थित रहे।
इसके उपरांत महात्मा गांधी सभागार में टीबी मुक्त पंचायत अभियान—2023 में दावों के सत्यापन के पश्चात् 14 में से कुल 10 ग्राम पंचायतें वांछित आहर्ता को पूर्ण करने में सफल रही जिसके पश्चात उक्त 10 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया गया। जिसमें ब्लॉक मुरादनगर से प्रधान श्रीमती अनुराधा ग्राम पंचायत मथुरापुर, जगमोहन प्रधान ग्राम पंचायत बहादुरपुर, योगेश कुमार प्रधान ग्राम पंचायत बन्दीपुर, प्रधान प्रतिनिधि ग्राम पंचायत बड़का आरिफपुर, श्रीमती पिंकू गहलोत प्रधान ग्राम पंचायत भदौली, श्रीमती सुनीता प्रधान ग्राम पंचायत मतौर, श्रीमती अंजुला त्यागी ग्राम पंचायत मोहम्मदपुर कदीम, श्रीमती मनोज प्रधान ग्राम पंचायत रावली कलां, धर्मेन्द्र कुमार प्रधान ग्राम पंचायत कोतवालपुर ब्लॉक लोनी एवं श्रीमती ऊषा तौमर ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत शामली ब्लॉक भोजपुर को जिलाधिकारी महोदय द्वारा स्मृति चिन्ह व सर्टीफिकेट देकर सम्मानित किया गया।
जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि 2025 तक भारत देश को टीवी मुक्त बनाना है, इस मुहिम को साकार करने में हमारे 10 ग्राम प्रधानों ने अच्छी भूमिका निभाई है, अन्य क्षेत्रों के प्रधानों, सभासदों, पार्षदों को इन लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए। हमें समझना चाहिए कि स्वच्छता ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता है और स्वच्छ माहौल में ही स्वस्थ्य शरीर का विकास निहित है। कार्यक्रम में सभी गांवों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।