मुजफ्फरनगर। जनपद के भक्तों के लिए आस्था के प्रमुख केन्द्र बने शहर के भरतिया कालोनी स्थित श्रीबालाजी धाम मंदिर पविार की खींचतान के बीच श्री बालाजी भगवान का जन्मोत्सव जिला प्रशासन और रजिस्ट्रार चिट्स एवं फण्ड सहारनपुर की अनुमति के बाद धूमधाम से मनाने की तैयारी प्रारम्भ कर दी गई। इस साल का यह जन्मोत्सव कई मायनों में अलग होने जा रहा है।
इस दस दिवसीय धार्मिक समारोह का शुभारंभ श्री राम कथा से 16 अप्रैल को होगा। इस बार इस राम कथा के लिए कथा वाचक साध्वी विश्वेश्री देवी की बालाजी धाम में वापसी हो रही है। 23 अप्रैल को भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी और 25 अपै्रल को बालाजी भगवान की आरती के बाद भण्डारे से इसका समापन होगा। सभी भक्तों को इस धार्मिक आयोजन में पूरी आस्था और उत्साह के साथ सम्मिलित होने का आमंत्रण दिया गया है। इस शोभायात्रा के बाद कालातीत की गई मंदिर प्रबंधन कमेटी के नये चुनाव कराये जायेंगे।
श्री बालाजी धाम मंदिर भरतिया कालोनी में गुरूवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान मंदिर कमेटी के संस्थापक संरक्षक सुरेश बंसल और चन्द्र किरण गर्ग के साथ ही कानूनी सलाहकार अशोक शर्मा ने बताया कि इस साल श्री बालाजी धाम से बालाजी जन्मोत्सव समारोह के आयोजन और शोभा यात्रा को लेकर अफवाह बनी हुई थी कि विवाद के कारण यह आयोजन नहीं होगा, इसके लिए जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है।
अशोक शर्मा एडवोकेट ने बताया कि इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सभी मुद्दों पर चर्चा कर ली गई है। इस साल 16 से 25 अप्रैल तक दस दिवयी श्री बालाजी जन्मोत्सव समारोह मनाने की तैयारी है। इसमें 23 अप्रैल को शोभा यात्रा निकालने के लिए मंजूरी लेने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज जिला प्रशासन को सौंप दिए गए हैं। प्रशासन ने इस धार्मिक आयोजन के लिए सहयोग और सभी आवश्यक अनुमोदन और सुरक्षा व्यवस्था का आश्वासन दिया है। अशोक शर्मा ने बताया कि बालाजी के हजारों भक्तों के साथ संस्थापक और संरक्षक अंतिम प्रबंधन समिति के कामकाज से खुश नहीं थे और उन्होंने सहायक रजिस्ट्रार ऑफ सोसाइटीज चिट्स एण्ड फण्ड सहारनपुर के समक्ष अपनी विस्तृत आपत्तियां उठाई, जिन्होंने परोक्ष प्रश्न और स्पष्टीकरण मांगे। एक लंबी मुकदमेबाजी के बाद, उन्होंने कई अनियमितताएं पाई और कार्य समिति से पदाधिकारी कई प्रस्तुतियों के माध्यम से कोई भी दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत करने में विफल रहे। इस मामले में सहायक रजिस्ट्रार ने 21 फरवरी को तत्काल प्रभाव से प्रबंधन समिति को कालातीत घोषित कर दिया है और सोसायटी अधिनियम के तहत नई कमेटी के गठन के लिए चुनाव कराने की घोषणा की है।
अशोक शर्मा ने बताया कि रजिस्ट्रार से भगवान श्री बालाजी जन्म उत्सव के बाद करवाने का आग्रह किया, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। अब जन्मोत्सव के बाद नई कमेटी का चुनाव कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि शोभायात्रा का रूट जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद तय किया जायेगा। श्री बालाजी धाम जिले में स्थित भगवान श्री बालाजी को समर्पित एक प्रतिष्ठित मंदिर है। हम भक्ति को बढ़ावा देने, आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने और समुदाय की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।