लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पुलिस अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु 2,310 करोड़ से अधिक के 144 निर्माण कार्यों का लोकार्पण/शिलान्यास किया। बुधवार को लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने प्रदेश के सभी 75 जनपदों के 1523 पुलिस थानों में साइबर सेल, 57 जनपदों में साइबर क्राइम पुलिस थाने, 18 मंडल मुख्यालयों पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन थाने, 8 जनपदों में भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई तथा प्रयागराज एवं कुशीनगर में पर्यटन थाने का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गृह विभाग और पुलिस विभाग को आज 2 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाएं मिल रही हहैं। नए साइबर थाने और थानों के इंफ्रास्ट्रक्चर नए हो रहे हैं। इसके लिए पुलिस कार्मिको को बधाई। ये नए भारत का नया यूपी, नए यूपी के नए पुलिस इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बधाई। उन्होंने कहा कि ये सारे कार्य प्रदेश के नए बदलाव की कहानी कहते हैं। यही प्रदेश था जहां कोई आना नही चाहता था। यूपी का युवा बाहर जाकर अपनी पहचान छिपाता था। जैसे आदमी की शरीर से आत्मा निकाल दे तो सब व्यर्थ होता है, वैसे ही जनपद तो बना दिये गए थे, पुलिस लाइन गायब थी, हम पहली बार 4 जनपदों में नए पुलिस लाइन दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज जनपद में जो सबसे बड़ी बिल्डिंग होगी वो पुलिस लाइन की पुलिस बैरक पुलिस हॉस्टल बिल्डिंग की होगी। आज हर जनपद की पुलिस लाइन या हर थाना क्षेत्र में पुलिस हॉस्टल या पुलिस बैरक का या तो निर्माण हो गया है या हो रहा है। इसमे जो भी पैसा लगा वो हमने लगाया। पिछले 6 से सात वर्षों में हमने सिर्फ पुलिस अवस्थापना और सुविधाओ के लिए ही 18 से 20 हजार करोड़ रुपये दिए है।
आज उत्तरज प्रदेश कह सकता है कि आज देश मे सबसे उन्नत और सबसे बेहतरीन पुलिस इंफ्रास्ट्रक्चर हमारे पास है। यही प्रदेश दंगाग्रस्त था, अर्थव्यवस्था में छठे सातवे पायदान पर था,देश के विकास के ब्रेकर बैरियर के रूप में जाना जाता था। इस मौके पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार समेत अन्य अफसर मौजूद रहे।