मेरठ। सीएम योगी आदित्यनाथ मुजफ्फरनगर लोकसभा की सरधना विधानसभा में नाराज क्षत्रियों को न केवल उनका राज धर्म समझा गए, बल्कि देशभक्ति का पाठ भी पढ़ाया। महाराणा प्रताप से लेकर पाकिस्तान तक का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने बहुत कम समय में ही क्षत्रियों की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया। उन्होंने साफ कहा कि संजीव बालियान के जीतने के बाद वह सरधना आएंगे और सब लोगों के बीच बैठकर बात करेंगे।
सरधना चौबीसी की ठाकुर बिरादरी मुजफ्फरनगर सांसद डा. संजीव बालियान से इस बार खासी नाराज है। यह नाराजगी सरधना के पूर्व विधायक ठा. संगीत सोम की हार के बाद बढ़ी। चर्चा है कि संगीत सोम की हार में बालियान का हाथ रहा है। इसके साथ ही संजीव बालियान को दोबारा प्रत्याशी बनाने और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ठाकुर बिरादरी का प्रतिनिधित्व कम करने से यह नाराजगी ज्यादा बढ़ गई।
इसी नाराजगी को दूर करने के लिए आज सरधना के गांव रार्धना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ठाकुरों की नाराजगी दूर करने आए। उन्होंने मात्र 17 मिनट के संबोधन में नाराज ठाकुर समाज को समझने का किया प्रयास, भारत का इतिहास बनाने वाली धरती सरधना और मेरठ को नमन किया। पिछले 10 साल में भाजपा द्वारा किए गए कामों को गिनवाया।
योगी आदित्यनाथ ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे से संबोधन की शुरूआत की और कहा कि आज कहीं सिलेंडर भी फटता है, तो पाकिस्तान सफाई देता है कि कहीं स्ट्राइक ना हो जाए। विकास इतना तेजी से हुआ है कि अब दिल्ली के लोग भी मेरठ और सरधना में रहना चाहते हैं। सरधना में बनने वाली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की भी कही।
विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वो ही लोग परिवर्तन लाना चाह रहे हैं, जिन्होंने संजीव बालियान और संगीत सोम को जेल में डालने का काम किया था। हमें सरकार वो चाहिए जो कांवड़ यात्रा कराए, कर्फ्यू ना लगाए, महाराणा प्रताप के इतिहास का जिक्र कर ठाकुरों को साधने का काम किया। योगी ने कहा कि सरधना वीरों की भूमि है, कायरता का रास्ता नहीं दिखाती। जो लोग गुमराह कर रहे हैं, उनके बहकावे में न आएं।