मेरठ। मेरठ महायोजना 2031 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंजूरी दे दी है। महायोजना 2031 की मंजूरी के बाद अब मेरठ के विकास को पंख लगेगे। मेरठ लंदन की तरह जगमर होगा। इसी के साथ मेरठ जल्द ही एनसीआर का सैटेलाइट टाउन भी बनेगा।
देश की पहली हाईस्पीड रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की सफलता को मेरठ महायोजना 2031 में दो जगह पर स्पेशल डेवलपमेंट जोन बनाए जाएंगे। मेरठ जिले में बहुत जल्द 2 ऐसी इंटीग्रेटेड टाउनशिप विकसित होगी। जो एनसीआर का सैटेलाइट टाउन बन जाएगा। देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की सफलता के लिए मेरठ महायोजना-2031 में दो स्थानों पर स्पेशल डेवलपमेंट जोन(एसडीए)का प्रावधान किया गया है।
इसी स्पेशल डेवलपमेंट जोन में 2 टाउनशिप विकसित करने की योजना पर काम शुरू हुआ है। इसे एनसीआर का सैटेलाइट टाउन नाम दिया गया है। पहले चरण के लिए सरकार ने स्वीकृति दे दी है, जिसके लिए सरकार 1000 करोड़ रुपये देगी। बाकी धनराशि की व्यवस्था मेरठ विकास प्राधिकरण ऋण व अन्य विकल्पों के मुताबिक करेगा।
इसी तरह से जब दूसरी टाउनशिप का समय आएगा तब उसके लिए भी सरकार धनराशि देगी। पहली टाउनशिप में दिल्ली क्षेत्र पहले चरण में रैपिड एक्स स्टेशन मेरठ साउथ के नजदीक मोहिउद्दीनपुर में 300 हेक्टेयर में टीओडी टाउनशिप विकसित होने जा रही है।
इस टाउनशिप में दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम व फरीदाबाद तक की आबादी को लाने की योजना है। इसमें निवास व कामकाजी लोगों को मिलाकर करीब 2.50 लाख आबादी का लक्ष्य रखा है। इसे पहले फेज व दूसरे फेज के नाम से विकसित किया जाएगा। इसके लिए जमीन खरीद शुरू करने के लिए कमेटी का गठन किया गया है।