नई दिल्ली। दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को देश में सर्वोत्तम बनाने के उद्देश्य से संवाद और चर्चा का दौर जारी है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को शिक्षा जगत से जुड़े लोगों से बात की। बजट में शिक्षा को लेकर लोगों का विचार जाना। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में डबल इंजन की सरकार है। हमारी प्राथमिकता राजधानी की शिक्षा व्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है। दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था ऐसी बनाई जाए कि यह पूरे देश में सर्वोत्तम हो। इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है। इस चर्चा में विभिन्न स्कूलों, शिक्षाविदों और शिक्षा क्षेत्र के लोगों ने भाग लिया। उन्होंने अपने अनुभव और सुझाव साझा किए, जिससे वर्षों का बैकलॉग और चिंताएं सामने आईं।
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि यह संवाद विकसित दिल्ली के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यह चर्चा आगे भी जारी रहेगी और हमें जनता से सैकड़ों सुझाव मिल रहे हैं। आगामी बजट जनता का बजट होगा और दिल्ली की समृद्धि को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री से संवाद करने के बाद लोगों ने आईएएनएस से बात की। एक्शन कमेटी के वाइस प्रेसिडेंट आरसी जैन ने कहा कि आज मुख्यमंत्री ने शिक्षाविदों को बुलाया था। विकसित दिल्ली को लेकर हमने आज अपने सुझाव दिए हैं। सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के बीच अंतर कैसे खत्म हो, इस पर भी अपने विचार दिए हैं। एमिटी इंटरनेशनल पुष्प बिहार के प्रिंसिपल अमिता मोहन ने कहा कि आज मुख्यमंत्री ने हमें विकसित दिल्ली के बजट के लिए आमंत्रित किया था। यह पहल बहुत अच्छी थी।
दिल्ली को साफ रखने के लिए, दिल्ली में बच्चों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए और दिल्ली में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए हमने सीएम को अपने सुझाव दिए। एमिटी इंटरनेशनल स्कूल साकेत की प्रिंसिपल दिव्या भाटिया ने कहा कि आज कुछ लोगों ने ईडब्ल्यूएस रीइंबर्समेंट बढ़ाने का सुझाव दिया है। अगर इसे बढ़ाया जाए, तो बेहतर होगा। हमारे पास जितने भी ईडब्ल्यूएस के बच्चे आ रहे हैं, हम उन्हें पढ़ा रहे हैं। उन्हें अच्छी शिक्षा देने की कोशिश कर रहे हैं। हम हर कदम पर अपने मुख्यमंत्री के साथ हैं। एवरग्रीन पब्लिक स्कूल वसुंधरा की प्रिंसिपल प्रियंका गुलाटी ने कहा कि हमें इस सरकार से बहुत ज्यादा उम्मीद है। जिस तरीके से आज मुख्यमंत्री ने हमसे कहा कि एक बैलेंस बनाकर हमें चलना होगा। हमें उनसे बहुत उम्मीद है। दोनों- सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को एक समान महत्व देने पर चर्चा हुई। दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि हमारी सरकार दिल्ली के लोगों की अपेक्षा के मुताबिक बजट बनाना चाहती है और इस दिशा में काम भी कर रही है। पीएम नरेंद्र मोदी की सपनों की दिल्ली बनाने का संकल्प मुख्यमंत्री ने अपने हाथों में लिया है और उसे आगे ले जाने के लिए हम काम कर रहे हैं।