शामली। पिछले छह दिनों से सूर्यदेव के दर्शन न होने से ठंड का सितम लगातार बढता जा रहा है। लोग सूर्यदेव के दर्शनों के लिए तरस गए है, लेकिन सूर्यदेव न निकलने से हार्ड को कंपकंपा देनी वाली सर्दी ने लोगों को खासा परेशान कर दिया है। भीषण ठंड का प्रकोप दैनिक जीवन पर भी पड रहा है। बसों और ट्रेनों में सवारियों की कमी के चलते रेलवे और परिवहन विभाग की इनकम में भी कमी आई है।
गत दो जनवरी को दोपहर बाद सूर्यदेव के दर्शन हुए थे, जिसके बाद से सूर्यदेव बादलों और कोहरे के पीछे जाकर छिप गए है। पिछले करीब छह दिनों से धूप न निकलने से शरीर को गला देने वाली सर्दी अपना सितम बरपा रही है। रविवार को मौसम को अधिकतम तापमान 16 डिग्री सैल्सियस व न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया। सवेरे से ही आकाश में बादल छाए रहे। धूप न निकलने से लोग खासा परेशान नजर आये और सूर्यदेव के दर्शन को तरसते दिखे।
दिनभर आसमान में बादल छाये रहने से वाहन चालकों को हैंड लाईट जलाकर गुजरना पड रहा है। ठंड का प्रकोप बढने से लोगों ने घरों से निकलना बंद कर दिया है। जिसका असर यातायात व्यावस्था पर पडने लगा है। रविवार को शहर के रोडवेज बस स्टेंड व रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या कम दिखाई दी। आम दिनों के मुकाबले यात्री कम थे। जहां शामली रेलवे स्टेशन पर रोजाना टिकट बिक्री से करीब तीन लाख रूपये की इनकम होती है वही ठंड के प्रकोप से यात्रियों की संख्या घटने से दो से ढाई लाख रूपए रह गई है।
स्टेशन अधीक्षक इकराम अली ने बताया कि ठंड के प्रकोप से यात्रियों की संख्या घटी है। वही रोडवेज डिपो प्रभारी राजेन्द्र चौहान ने बताया कि ठंड के चलते यात्रियों की कमी में कमी आई है। जिसका असर आमदनी पर भी पड रहा है। रोजाना छह लाख की इनकम घटकर 5 लाख पर पहुंच गई है।