कानपुर। उत्तर प्रदेश में हवाओं की दिशाएं पछुआ तो चल रही हैं, लेकिन सर्दी में खास इजाफा नहीं हो पा रहा है। यहां तक कि तापमान सामान्य से अधिक ही चल रहा है। रात को अगर छोड़ दिया जाये तो दिन में सर्दी का कुछ खास असर नहीं दिख रहा है। हालांकि मौसम विभाग का अनुमान है कि एक सप्ताह बाद पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, जिससे पहाड़ों पर बर्फबारी होगी और पछुआ हवाएं गंगा के मैदानी इलाकों को सर्दी से सरोबार करेंगी।
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चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि उत्तर भारत में सर्दी का मौसम आने में सामान्य से देरी हो रही है। इसका कारण है कि अभी तक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं हुआ है। इसके सक्रिय होने और हिंद महासागर से ठंडी हवाएं आने के बाद ही उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत अन्य राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
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अनुमान है कि 7-8 दिसंबर के आसपास पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। हवाओं के तेज दबाव से जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी होने की संभावना है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई पर भी हल्की बारिश हो सकती है। ये बर्फबारी और बारिश पूरे उत्तर भारत के मैदानी इलाकों को प्रभावित करेगा। ऐसे में उत्तर प्रदेश में एक सप्ताह बाद तेज सर्दी पड़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं। हालांकि सर्दी लाने वाली पछुआ हवाएं चल रही हैं, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता न होने से तेज धूप खिल रही है और तापमान इन दिनों सामान्य से अधिक चल रहा है।
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उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 28.6 और न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 90 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 47 प्रतिशत रही। हवओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 1.0 किमी प्रति घंटा रही।पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में आगामी पांच दिनों में प्रातःकाल के समय आसमान मे हल्के से मध्यम कोहरा (हल्की धुन्ध) दिखाई देने के आसार हैं किन्तु बारिश की कोई संभावना नहीं है।