प्रयागराज । उमेश पाल हत्याकांड में शामिल माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर मोहम्मद गुलाम की झांसी एनकाउंटर में मौत के बाद से अतीक गमजदा है। कोर्ट में फफक-फफक कर रोने के बाद अब थाने में भी अतीक अहमद टूटा हुआ नजर आ रहा है।
जानकारी के मुताबिक उसने पुलिस कस्टडी में अधिकारियों से कहा कि वह और उसका परिवार मिट्टी में मिल गया है। सब उसी की गलती है। कोई असद की अम्मी (पत्नी शाइस्ता परवीन) से मिलवा दो।
पूछताछ के दौरान अतीक फिर रोने लगा। उसने कहा, हम मिट्टी में मिल गए, सब मेरी गलती है… असद की कोई गलती नहीं थी। जवान बेटों और भाइयों की कोई जिम्मेदार नहीं ले सकता। दुनिया का सबसे बड़ा गम बुजुर्ग पिता के कंधों पर जवान बेटे का शव होता है।
अतीक ने कहा कि असद नहीं रहा। असद की अम्मी से हमें मिलवा दो। अतीक अहमद ने पुलिस से कहा कि चांद बाबा को खत्म करने के लिए अतीक पैदा हुआ था। अब अतीक को खत्म करने के लिए अतीक जैसा मर्द खड़ा होना चाहिए। ये उमेश पाल जैसे खटमल अतीक की जमीन नहीं हिला सकते।
इसी बीच माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराने के बाद उसकी मेडिकल रिपोर्ट सामने आ गई है, जिसमें बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक असद को दो गोलियां लगी थी। इसमें से एक गोली पीठ में और दूसरी गोली छाती में लगी थी।
असद को छाती में लगी गोली उसकी गर्दन में जाकर फंसी थी। वहीं असद के साथी अहमद की पीठ में एक गोली लगी थी जो छाती चीरते हुए बाहर निकल गई थी।
विशेष अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, मुठभेड़ में मारे गए आरोपियों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं। इनमें ब्रिटिश बुलडाग रिवॉल्वर तथा वाल्थर पिस्तौल शामिल है। यह घटना बृहस्पतिवार की दोपहर साढे़ बारह बजे से एक बजे के बीच हुई। उन्होंने कहा कि ऐसी खुफिया जानकारी मिली थी कि अतीक अहमद को साबरमती जेल से झांसी के रास्ते प्रयागराज लाने वाले वाहन पर हमला हो सकता है। अतीक का नाम लिए बिना कुमार ने कहा, हमें सूचना मिली थी कि साबरमती जेल से उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी को लाने वाले काफिले पर हमला किया जा सकता है।
अधिकारी ने बताया कि यह मुठभेड़ उसी दिन हुई, जिस दिन गुजरात की साबरमती जेल से सड़क मार्ग से प्रयागराज ले जाए गए अतीक और उसके भाई अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया।
एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक, उमेश पाल की हत्या के बाद असद और गुलाम फरार थे और इन दोनों को पकड़ने के लिए एसटीएफ की कई टीमों को लगाया गया था। अधिकारियों के अनुसार, झांसी में बृहस्पतिवार को एसटीएफ की एक टीम ने जब मोटरसाइकिल से भागने की कोशिश कर रहे असद और गुलाम को रोका, तो दोनों ने उन पर गोलियां चलाईं। उन्होंने बताया कि एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में असद और गुलाम मारे गए।