जयपुर। राजस्थान में शनिवार को कांग्रेस नेता गोपाल केसावत समेत चार लोगों को 18.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
रिश्वत की रकम राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) भर्ती परीक्षा में नौकरी दिलाने के लिए मांगी गई थी। इस संबंध में सीकर एसीबी को पीड़ित की ओर से शिकायत मिली थी।
मामले की जांच कर रही एसीबी ने खुलासा किया कि आरपीएससी में ‘कार्यकारी अधिकारी’ की भर्ती के लिए रिश्वत की मांग की गई थी। कुल 40 लाख रुपये की मांग की गई, बाद में ‘सौदा’ 25 लाख रुपये में तय हुआ।
शुक्रवार को सीकर में दलाल अनिल कुमार और ब्रह्मप्रकाश को 18.50 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था।
इसमें से 7.5 लाख रुपये शिकायतकर्ता को वापस कर दिए गए और उसे यह राशि जयपुर में राजस्थान प्रदेश विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष गोपाल केसावत को देने के लिए कहा गया।
उधर, दलाल अनिल कुमार और ब्रह्मप्रकाश शुक्रवार रात दलाल रवींद्र शर्मा पुत्र बलराम को शेष 11 लाख रुपये में से 7.50 लाख रुपये की रिश्वत देने सीकर पहुंचे। एसीबी ने रवींद्र को भी गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद परिवादी रिश्वत के 7.50 लाख रुपये लेकर गोपाल केसावत को देने गया, जिसे भी रिश्वत लेते हुए शनिवार को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों से पूछताछ में आरपीएससी के किसी सदस्य व अधिकारी कर्मचारी की मिलीभगत की जानकारी सामने नहीं आई है।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई है। इन लोगों ने आरपीएससी में नौकरी दिलाने का आश्वासन देकर पैसे मांगे।
इसके बाद परिवादी ने एसीबी से शिकायत की। इस पर एसीबी की सीकर और जयपुर टीम ने ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीबी की टीम फिलहाल केसावत के आवास और अन्य ठिकानों पर तलाशी ले रही है।
इस बीच, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख गोविंद डोटासरा ने कहा, “अपराधी की कोई जाति या पार्टी नहीं होती, केशवत को पहले ही पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।”
इस बीच केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आरोपी की कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हाथ मिलाते हुए एक तस्वीर शेयर की है।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “तस्वीर में राहुल गांधी गोपाल केसावत से हाथ मिला रहे हैं, जिन्हें आरएएस भर्ती परीक्षा पास करने के लिए 18.5 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गोपाल राज्य विमुक्त, घुमंतू और अर्धघुमंतू कल्याण बोर्ड के के पूर्व अध्यक्ष हैं, जिन्हें राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त था।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस नीचे से ऊपर तक एक भ्रष्ट पार्टी है। जब तक आलाकमान को काला धन मिलता रहेगा, तब तक राज्य कांग्रेस में अशोक गहलोत का दबदबा कायम रहेगा।”