नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति केवल इतिहास में खोया रहता है, वह वर्तमान और भविष्य का निर्माण कैसे करेगा? उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए देश के हालात को अंधकारमय बताया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “जो व्यक्ति सिर्फ इतिहास में रहता है, वह वर्तमान और भविष्य का क्या निर्माण करेगा! इस सरकार के हाथों में देश का भविष्य अंधकारमय है। बेरोजगारी, महंगाई, आर्थिक असमानता, मंदी, लुढ़कता रुपया, गिरता निजी निवेश और विफल ‘मेक इन इंडिया’ पर बात करने के बजाय मोदी जी केवल कांग्रेस को कोसते रहे।
उन्होंने दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग और गरीब की योजनाओं की बात करने के बजाय इतिहास के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर सदन को गुमराह करने का काम किया।” कांग्रेस के योगदान को रेखांकित करते हुए खड़गे ने कहा कि संविधान में पहला संशोधन इसलिए किया गया था ताकि पिछड़ी जातियों को आरक्षण मिल सके और जमींदारी प्रथा का उन्मूलन किया जा सके। उन्होंने बताया कि इस संशोधन के जरिए संविधान में 9वीं अनुसूची जोड़ी गई, जिससे भूमि सुधार हुए और जमींदारी खत्म हुई। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को संविधान सभा में लाने के लिए एमआर जयकर का इस्तीफा कराया और वे पंडित नेहरू की सरकार में देश के पहले कानून मंत्री बने। खड़गे ने यह भी याद दिलाया कि बाबासाहेब अंबेडकर ने पत्र लिखकर एसए डांगे और सावरकर को उनकी हार का जिम्मेदार ठहराया था।
खड़गे ने दावा किया कि कांग्रेस ने ही उदारीकरण की शुरुआत की, जो इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी, पीवी नरसिंह राव और डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में आगे बढ़ी। इसके परिणामस्वरूप भारत आज एक मजबूत वैश्विक अर्थव्यवस्था का हिस्सा है और मध्यवर्ग का निर्माण हुआ है। उन्होंने कांग्रेस के ‘गरीबी हटाओ’ कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि 1980 से 1985 के बीच 21 प्रतिशत लोग जो गरीबी रेखा से नीचे थे, वे महज पांच वर्षों में गरीबी रेखा से ऊपर उठ गए। कांग्रेस और यूपीए सरकार ने 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला। खड़गे ने अपने एक्स पोस्ट में मोदी सरकार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि महंगाई के कारण लोगों की बचत समाप्त हो चुकी है, बेरोजगारी के कारण युवाओं में असंतोष है और जीडीपी विकास दर 4 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुकी है।
इसके अलावा, उन्होंने रुपये के कमजोर होने, किसानों के बढ़ते क़र्ज़, और ग्रामीण भारत में वेतन वृद्धि के शून्य होने की भी ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि आज स्मार्ट सिटी तो दूर, हमारे शहर रहने योग्य नहीं बचे हैं। रोजाना लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। खड़गे ने यह भी दावा किया कि सरकार के पास युवाओं के लिए कोई ठोस नीति नहीं है। उन्होंने कहा कि युवाओं को एआई, ईवी, अनुसंधान एवं विकास, नवाचार, चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए कोई ठोस तैयारी नहीं दिखती, बल्कि उन्हें झूठे इतिहास की घुट्टी पिलाई जा रही है। युवाओं से अपील करते हुए खड़गे ने आगे कहा कि मैं देश के युवाओं से अपील करता हूं कि वह पीएम मोदी के झूठ में न फंसें, देश का इतिहास पढ़ें और आरएसएस के प्रचार से बचें। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी नीतियों को सही साबित करने के लिए हमारे इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने का प्रयास किया है।