मुज़फ्फरनगर। मुज़फ्फरनगर में कलेक्ट्रेट परिसर स्थित चौधरी चरण सिंह सभागार में बुधवार को आयोजित किसान दिवस में किसानों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर अपनी समस्याएं प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष रखीं। विभिन्न किसान संगठनों ने बिजली, सिंचाई, चकबंदी, फसल मूल्य और ज़मीन से जुड़ी समस्याएं उठाईं। शिकायतों की भरमार के बीच दलीपपुर गांव के एक किसान ने दबंगों पर मंदिर के नाम पर ज़मीन कब्जाने का गंभीर आरोप लगाया है।
किसान सुरेंद्र कुमार ने अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) को सौंपे शिकायती पत्र में कहा कि दलीपपुरा गांव में स्थित उनकी ज़मीन पर कुछ दबंगों ने जबरन मंदिर बनाने के नाम पर कब्जा कर लिया है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि स्थानीय पटवारी और कानूनगो, एसडीएम सदर के आदेशों की भी अनदेखी कर रहे हैं और ज़मीन की सही नाप-जोख नहीं कर गलत रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि निष्पक्ष पैमाइश कराकर उन्हें न्याय दिलाया जाए।
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन टिकैत के प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज पहलवान ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर गन्ना और गुड़ को लेकर किसानों की आमदनी बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसान मिलावट नहीं करते, कुछ व्यापारी ही ऐसी मानसिकता रखते हैं। उन्होंने गुड़ और गन्ने को बढ़ावा देने के लिए विशेष मंडी की मांग की, जहां किसान सीधे अपने उत्पाद बेच सकें।
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नीरज पहलवान ने बिजली विभाग पर भी सवाल उठाए और कहा कि अधिकारी रात में छापेमारी कर किसानों को परेशान कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने पुरबालियान गांव में चकबंदी से जुड़ी समस्याओं को भी उठाया।
जिला अध्यक्ष नवीन राठी ने बताया कि किसानों ने बिजली, चकबंदी और सिंचाई विभाग से जुड़ी समस्याओं को प्रमुखता से रखा। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी ने गन्ना किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए जो सुझाव दिए हैं, उन पर विचार किया जाएगा।
किसान दिवस में उमड़ी भीड़ और उठे सवालों से साफ है कि ज़मीनी स्तर पर किसानों की समस्याएं अभी भी ज्यों की त्यों बनी हुई हैं। अधिकारियों ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है, लेकिन अब निगाहें प्रशासनिक अमले की कार्रवाई पर टिकी हैं।