मुजफ्फरनगर- चित्रकूट जेल में बंद पूर्व विधायक शाहनवाज राणा की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है, उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की धारा में एक और मुकदमा दर्ज हो गया है। राणा स्टील पर जीएसटी के छापे के दौरान हुए विवाद में शाहनवाज राणा को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया था। कई महीने बीतने के बाद भी तब से वह लगातार जेल में ही है ,इस बीच उनके विरुद्ध कई और मुकदमे दर्ज कर दिए गए। अब उनके समधी और बिजनौर के पूर्व बसपा विधायक मौहम्मद गाज़ी की मुसीबत भी बढ़ती नज़र आ रही है।
बीते दिनों मुज़फ्फरनगर जेल में उनके पास एक मोबाइल फोन बरामद होने पर जेलर राजेश कुमार सिंह के साथ उनकी कहा सुनी हो गई थी, इसके बाद जेलर राजेश कुमार सिंह ने उनके खिलाफ थाना नई मंडी में एक और मुकदमा दर्ज करा दिया था जेलर द्वारा दर्ज कराये मुकदमे के बाद शाहनवाज राणा को मुज़फ्फरनगर से चित्रकूट जेल भेज दिया गया था,अब
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उनके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हो गया है। मंगलवार को सिविल लाइन थाने में पूर्व विधायक शाहनवाज राणा, उनके बेटे शाह आज़म राना समेत कामरान राणा, जिया अब्बास जैदी और तौसीफ के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जिसके बाद पूर्व विधायक की मुसीबत और बढ़ती नज़र आ रही है।
इसी बीच जेल में मिले मोबाइल कांड में शाहनवाज राणा के समधी और बिजनौर के पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी भी चपेट में आ गए हैं, पुलिस ने पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी पर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। विवेचक ने नोटिस जारी कर मोहम्मद गाजी को बयान के लिए तलब किया है। दरअसल शाहनवाज के पास मिले मोबाइल की जांच में पता चला था कि
वह सिम आमिर पुत्र एहसान निवासी मोहल्ला समना सराय शेरकोट जिला बिजनौर ने अपने नाम से खरीद कर बिजनौर जिले की बढ़ापुर विधानसभा सीट से बसपा के पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी को दिया था, आमिर उन्हीं के यहां नौकरी करता है,जेल में सिम देने कौन आया था, इसकी जानकारी आमिर ने पुलिस को नहीं दी थी। पुलिस ने आमिर को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन पूछताछ के बाद 141 का नोटिस देकर थाने से जमानत पर छोड़ दिया था।