आगरा। उत्तर प्रदेश में तैनात IAS अधिकारियों में सबसे अधिक संपत्ति के मालिक आगरा के जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी हैं। उनके पास कुल 15 संपत्तियां हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 11 करोड़ रुपये से अधिक है। इनमें अधिकांश संपत्तियां कर्नाटक के गदग जिले में स्थित पैतृक संपत्तियां हैं।
अरविंद मल्लप्पा 2011 बैच के IAS अधिकारी हैं और उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में 83वीं रैंक प्राप्त की थी। कर्नाटक कैडर में उनका स्थान 11वां रहा था। वे 15 सितंबर 2024 को डीएम आगरा नियुक्त हुए थे। इससे पहले वे आगरा में संयुक्त मजिस्ट्रेट के पद पर कार्य कर चुके हैं। यहां से पूर्व वे मुज़फ्फरनगर के डीएम नियुक्त थे।
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उनकी संपत्तियों में पांच कृषि भूमि, तीन मकान और फ्लैट, एक व्यावसायिक स्थल तथा छह प्लॉट शामिल हैं। पांच साल पूर्व उनके पास 12 संपत्तियां थीं, जो अब बढ़कर 15 हो गई हैं। मूल रूप से कर्नाटक के गडग जिला के रहने वाले मल्लप्पा बारंगी का जन्म 30 मार्च 1981 को हुआ था,अरविंद मल्लप्पा बांगरी के पिता एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) थे,बांगरी ने धारवाड़ से ग्रेजुएशन किया उसके बाद उन्होंने एग्रीकल्चर में पोस्ट ग्रेजुएशन यानि एमएससी किया।
भदोही के जिलाधिकारी विशाल सिंह आठ संपत्तियों के साथ दूसरे स्थान पर हैं। उनकी संपत्तियां नोएडा, वाराणसी और जौनपुर में स्थित हैं। इनमें भी कुछ पैतृक संपत्तियां शामिल हैं।
संभल के जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत राजेंद्र पैंसिया के पास आठ संपत्तियां हैं। इनमें सात संपत्तियां आईएएस बनने से पूर्व की हैं। श्रीगंगानगर (राजस्थान) में 33 बीघा कृषि भूमि, जयपुर में फ्लैट और प्लॉट उनकी संपत्तियों में शामिल हैं।
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प्रयागराज के जिलाधिकारी रविंद कुमार मांदड़ के पास भी आठ संपत्तियां हैं, जिनमें से छह राजस्थान में हैं। अयोध्या के जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह की छह संपत्तियां मेरठ, बागपत और लखनऊ में स्थित हैं।
मथुरा के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह के पास पांच संपत्तियां हैं। इनमें गोंडा में 4.38 हेक्टेयर कृषि भूमि (जिसमें आधा हिस्सा उनका है), लखनऊ में 300 वर्गमीटर का प्लॉट तथा वृंदावन स्कीम में 302 वर्गमीटर का मकान शामिल है। कुल संपत्ति की कीमत 1.44 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
फिरोजाबाद के जिलाधिकारी रमेश रंजन के नाम पर फिलहाल कोई संपत्ति दर्ज नहीं है। वहीं मैनपुरी के जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह की संपत्तियों की जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी है।
बांदा की जिलाधिकारी जे. रीभा, जो पूर्व में आगरा की मुख्य विकास अधिकारी रही हैं, और उनके पति सिद्धार्थनगर के डीएम डॉ. राजा गणपति आर ने लखनऊ के सरोजिनी नगर में 1.47 करोड़ रुपये का फ्लैट खरीदा है।
गौरतलब है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को नियमित अंतराल पर केंद्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय को अपनी संपत्तियों का विवरण देना अनिवार्य होता है।