नयी दिल्ली। कांग्रेस सदस्य प्रियंका गांधी वाड्रा को सोमवार को लोकसभा में शून्य काल के दौरान अपनी पूरी बात कहने का मौका न दिये जाने के विरोध में कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कषगम के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।
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श्रीमती वाड्रा शून्य काल के दौरान बंगलादेश के अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार और सेना मुख्यालय के लाउंज से 1971 के बंगलादेश युद्ध के समय आत्मसमर्पण कर रहे पाकिस्तानी सैनिकों तथा इससे संबंधित चित्र हटाने का मुद्दा उठा रहीं थी, तभी पीठासीन अधिकारी संध्या राय ने दूसरे सदस्य का नाम पुकार दिया। इस पर कांग्रेस सदस्यों ने अपने-अपने स्थान पर खड़े होकर उन्हें बोलने का और समय देने की मांग की तथा कहा कि उन्हें रोकने की बजाय अपनी पूरी बात करने का मौका दिया जाना चाहिए। श्रीमती वाड्रा को पुन: बोलने का मौका न दिये जाने के विरोध में कांग्रेस और द्रमुक सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
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इससे पहले श्रीमती वाड्रा ने कहा कि बंगलादेश में हिन्दुओं और ईसाइयों पर अत्याचार किये जा रहे हैं, इसके विरोध में सरकार को आवाज उठानी चाहिये और बंगलादेश की सरकार के साथ बातचीत कर वहां अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए प्रयास करने चाहिए। वहां हिंदुओं और ईसाइयों पर हमले हो रहे हैं, उसके खिलाफ सरकार को बोलना चाहिए और जिन अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, उन्हें पूरा समर्थन देना चाहिए।
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उन्होंने कहा “आज सेना के हेडक्वार्टर में से वो तस्वीर उतारी गई है जिसमें पाकिस्तान की सेना भारत के सामने आत्मसमर्पण कर रही है, उस तस्वीर को वापस लगाया जाना चाहिए।” बंगलादेश के युद्ध के दौरान पाकिस्तान की सेना के समर्पण करने और युद्ध से जुड़े अन्य चित्रों को सेना मुख्यालय के लाउंज से हटा दिया गया है। ऐसा क्यों किया गया, सरकार को इस इसका जवाब देना चाहिये।