चंडीगढ़। कांग्रेस हाईकमान ने साफ कर दिया है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम से पहले किसी भी नेता को मुख्यमंत्री फेस के रूप में पेश नहीं किया जाएगा। चुनाव परिणाम ही सूबे का मुख्यमंत्री तय करेंगे।
बुधवार को नई दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का पहला घोषणा पत्र जारी करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने साफ कर दिया है कि हरियाणा में कांग्रेस किसी भी नेता को मुख्यमंत्री फेस के रूप में चुनाव परिणाम से पहले नहीं उभारेगी। देश के अन्य राज्यों में भी इस तरह से चुनाव लड़े गए हैं।
हरियाणा कांग्रेस के नेताओं में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद चल रहा है। एक गुट का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कर रहे हैं। इस चुनाव के दौरान 89 में से 74 प्रत्याशी हुड्डा की पसंद के उतारे गए हैं।
कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद की दूसरी बड़ी दावेदार कुमारी सैलजा हैं। हालांकि इस चुनाव में कुमारी सैलजा की सिफारिश पर केवल दस टिकट दिए गए हैं लेकिन वह खुलेआम मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर चुकी हैं।
कांग्रेस में तीसरे बड़े दावेदार रणदीप सुरजेवाला हैं। सुरजेवाला की सिफारिश पर दो टिकट दिए गए हैं। तीन बड़े नेताओं की दावेदारी के बीच अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्पष्ट किया कि किसी भी राज्य में कांग्रेस ने चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है।
विधानसभा के लिए जो विधायक चुनकर आते हैं, वे अपनी पसंद के नेता का चयन करते हैं और फिर कांग्रेस हाईकमान उनकी इच्छा के अनुरूप मुख्यमंत्री बनाता है। खरगे ने कहा कि यह कोई नया सिस्टम नहीं है। हरियाणा में भी कांग्रेस बाकी राज्यों की तरह इसी पुराने सिस्टम के आधार पर मुख्यमंत्री का चयन करेगी।