चित्रकूट। मुख्यालय कर्वी स्थित रेलवे स्टेशन के सामने संचालित एक गेस्ट हाउस के कमरे में कर्वी कोतवाली के कारखास रहे सिपाही ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर जान दे दी। गेस्ट हाउस के कर्मचारी की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद छानबीन शुरु कर दी है। एसपी अरुण सिंह, सीओ सिटी हर्ष पांडेय ने फॉरेंसिक टीम के साथ घटना स्थल का जायजा लिया। टीम ने अलग-अलग कई सैंपल लिए। पुलिस ने सिपाही के मोबाइल को कब्जे में ले लिया है।
मूलरूप से गाजीपुर जनपद के थाना कंटेडा के धरम्मरपुर निवासी 35 वर्षीय वीरेंद्र यादव की सिपाही के तौर पर जिले में तैनाती थी। वह करीब दो वर्ष कर्वी कोतवाली में तैनात रहा है। बताते हैं कि कारखास के तौर पर कोतवाली में काम करने की शिकायत मिलने के बाद तत्कालीन एसपी ने उसे लाइन संबद्ध कर दिया था। इसके बाद वह अपने बच्चों के साथ प्रयागराज रोड स्थित ईंटा मंडी के समीप किराए का कमरा लेकर रह रहा था।
इधर करीब तीन दिन से वीरेन्द्र अपने बच्चों के पास न जाकर रेलवे स्टेशन रोड स्थित एक गेस्ट हाउस के कमरे में रुकता था। उसने यहां कमरा बुक कराया था। मंगलवार को दोपहर में अपने दोस्त कालूपुर पाही निवासी वीरेन्द्र शुक्ला के साथ सिपाही वीरेन्द्र गेस्ट हाउस पहुंचा। दोस्त को नीचे मैनेजर कक्ष के पास बैठाने के बाद दूसरे खंड में बुक कमरे पर सिपाही चला गया।
काफी देर बाद गेस्ट हाउस के एक कर्मचारी ने कमरे में आवाज लगाई, लेेकिन कोई हरकत नहीं हुई। दोस्त वीरेन्द्र ने सिपाही की पत्नी सोनी देवी को सूचना दी। पत्नी के आने के बाद कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। अंदर देखा तो सिपाही वीरेन्द्र अपने गमछे का फंदा बनाकर लटका नजर आया। पति को फंदे पर देख पत्नी वहीं बदहवाश होकर गिर पड़ी। कुछ ही देर में सूचना मिलने पर सीओ सिटी हर्ष पांडेय व कोतवाली प्रभारी अजीत पांडेय ने पहुंचकर शव को फंदे से नीचे उतरवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के तीन पुत्री व एक पुत्र है।
पत्नी का आरोप है कि विभागीय स्तर से पति के खिलाफ अनावश्यक तौर पर कार्रवाई की जाती थी, जिससे पति अक्सर परेशान रहते थे। जानकारी मिलने के बाद एसपी अरुण सिंह भी पहुंचे। उन्होंने फॉरेसिंक टीम के साथ घटना स्थल का जायजा लिया। बताया कि सिपाही ने प्रथम दृष्ट्या खुदकुशी की है। लेकिन खुदकुशी का कारण अभी सामने नहीं आया है। इसकी छानबीन की जा रही है। सिपाही के मोबाइल को कब्जे में लेकर सर्बिलांस पर लगाया गया है। जिसके जरिए छानबीन की जाएगी।
पुलिस ने नजदीकी दोस्तों पर गड़ाई नजर
कर्वी कोतवाली में तैनाती के दौरान सिपाही वीरेन्द्र यादव काफी चर्चित रहा है। कारखास जैसी जिम्मेदारी निभाने के दौरान उसके संबंध तरह के लोगों से रहे है। सूत्रों की मानें तो लाइन में संबद्ध होने के बाद भी कुछ उसके करीबी लोग ऐसे भी रहे, जो लगातार दोस्त बनकर घर तक आते-जाते रहे है। उनके साथ सिपाही की गहरी दोस्ती रही है। घटना के बाद वीरेन्द्र के नजदीकी दोस्तों की अच्छी खासी भीड़ भी नजर आई। माना जा रहा है कि पुलिस सिपाही की खुदकुशी का कारण तलाशने में जुटी है। जिसमें पुलिस की नजर में सिपाही के कई करीबी दोस्त आए हैं।