सहारनपुर। नगर निगम के वार्ड 47 के पार्षद अभिषेक अरोड़ा उर्फ टिंकू अरोड़ा ने नगर निगम मंे व्याप्त भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि नगर निगम में जलकल विभाग के बाबू द्वारा 3-4 ठेकेदारों को ही टैण्डर प्रक्रिया में शामिल होने हेतु निविदाओं में हटकर भी शर्ते डाली जाती है, जिससे कि कोई अन्य ठेकेदार भागेदारी न कर सकें। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षो में कुछ संस्थाओं को जलकल विभाग में सप्लाई का कार्य मिला हुआ है। अन्य किसी ठेकेदार या सप्लायर को इसमें भागीदारी नहीं दी जा रही है।
आज खालापार स्थित एक रेस्टोरेंट के सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पार्षद टिंकू अरोड़ा ने कहा कि नगर निगम के जलकल विभाग, निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने अधिकारियों को इंगित किया था, जिस पर सदन की गरिमा को लांघते हुए नगरायुक्त गजल भारद्वाज ने उन पर लीगल कार्रवाई करने की बात भी कही थी। उन्हांेने कहा कि जलकल विभाग मंे पिछले पांच वर्षो से पार्थ एण्टर प्राइजेज, महादेव एण्टर प्राइजेज, रूद्राक्षी एण्टर प्राइजेज को ही सप्लाई कार्य मिला हुआ है। किसी अन्य ठेकेदार को सप्लाई में भागेदारी नहीं मिल रही है।
उन्होंने कहा कि 40 लाख की निविदा से कम टेण्डर में किसी प्रकार के अनुभव की आवश्यकता नहीं होती है। इसके लिए शासनादेश भी है। लेकिन 32 व 13 लाख के टेण्डर पर अनुभव की शर्ते रखी गयी है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की आवाज को दबाने के लिए सफाई कर्मचारियों को बहला फुसलाकर हड़ताल करवा दी गयी, जबकि सदन की कार्रवाई से इसका कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि जनता के पैसे का दुरपयोग निगम के अधिकारी व कर्मचारी कर रहे है।
उन्होंने जलकल निगम के लिपिक द्वारा एक वीडियो के माध्यम से सार्वजनिक किया कि जिसमे कि हजारों रूपये खर्च कर जल निगम के कर्मचारियों को लाभान्वित व मनोरंजन का हर संभव सहयोग देने का प्रयास दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर वह मुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्री, मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी, महापौर को एक शिकायती पत्र भी दंेगे। जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे। इस दौरान पार्षद इमरान सैफी, पार्षद प्रतिनिधि नदीम अंसारी, हाजी गुलशेर, विपिन जैन मौजूद रहे।