नोएडा| देश का सबसे बड़ा हेलीपोर्ट नोएडा के सेक्टर-151ए में बनाया जाएगा। इसके बनने का रास्ता गुरुवार को साफ हो गया है, क्योंकि निर्माण कंपनी चयन के लिए प्राधिकरण को तकनीकी बिड खोलने के लिए शासन से अनुमति दे दी है। इसके बाद परियोजना की तकनीकी बिड खोल दी गई। इसमें रिफ्लेक्स एयरपोर्ट एवं ट्रांसपोर्टेशन प्राइवेट लिमिटेड का चयन हुआ है।
तकनीकी बिड में कंपनी की ओर प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों का परीक्षण करने के लिए नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने फाइल को सलाहकार कंपनी राइट्स के पास भेज दिया है। वहां से आने के बाद फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। इसके बाद बांड साइन किए जाएंगे। यदि सब ठीक रहा तो कंपनी आगामी एक महीने में निर्माण शुरू कर सकती है।
हेलीपोर्ट का निर्माण पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर किया जाना है। इसकी प्री बिड में 4 कंपनियां आई थी। कयास लगाए जा रहे थे कम से कम तीन कंपनियां बिड में शामिल होंगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। सिंगल कंपनी ही आई। ऐसे में शासन के पास फाइल को भेजा गया। वहां से अनुमति मिलने के बाद आज शाम को तकनीकी बिड खोली गई। इससे पहले 31 मार्च को ग्लोबल टेंडर के जरिए भी एक ही कंपनी आई थी। लेकिन फाइनेंशियल बिड में कंपनी डिसक्वालीफाई कर गई थी।
नोएडा के सेक्टर 151ए में प्रस्तावित हेलीपोर्ट के निर्माण में 43.13 करोड़ रुपए खर्च कर किए जाएंगे। इसका डिजाइन बेल 412 (12 सीटर) के अनुसार तैयार किया गया है। हेलीपोर्ट में 5 बेल 412 के पाकिर्ंग ऐप्रन की सुविधा होगी। इस हेलीपोर्ट में वीवीआईपी या आपातकाल के समय 26 सिटर एमआई 172 भी उतारा जा सकेगा।