नोएडा। नोएडा में रहने वाले रिटायर्ड अधिकारी को 300 करोड़ रुपए के चिट-फंड के घोटाले में फंसाने की धमकी देकर साइबर अपराधियों ने 1.19 करोड़ रुपए की ठगी कर ली। अपराधियों ने बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर वारदात को अंजाम दिया। ठगी का एहसास होने के बाद पीड़ित ने पुलिस से घटना की शिकायत की है। इस मामले में साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है।
पुलिस उपायुक्त साइबर क्राइम प्रीति यादव ने बताया कि सेक्टर-70 स्थित पेन ओएसिस सोसायटी में रहने वाले राकेश कुमार सिन्हा एक गैर सरकारी कंपनी से 3 साल पहले रिटायर्ड हुए थे। कुछ दिन पहले उनके पास किसी नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को बैंक कर्मी बताते हुए कहा कि आपके नाम से एक क्रेडिट कार्ड बना है। उसने कहा कि उस कार्ड में 1,90,00 रुपए की रकम आई है। यह कहते हैं उसने स्काइप काल पर उन्हें जोड़ लिया, और कथित तौर पर कॉल मुंबई क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया।
कथित क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने कहा कि बैंक में हुए 2.56 करोड़ रुपए के गबन में आपके खाते और आईडी का इस्तेमाल हुआ है। उसकी जांच सीबीआई कर रही है। यह कहते हुए कल सीबीआई की कथित अधिकारी को ट्रांसफर कर दी गई। कथित सीबीआई अधिकारी की तरफ से बताया गया कि राकेश की आईडी का इस्तेमाल कर 300 करोड़ रुपए की रकम बैंक से निकली गई है। उन्होंने बताया कि 300 से अधिक लोगों की चिट फंड के जरिए ठगी की गई है। बुजुर्ग को चिट फंड के मुकदमे में जेल जाने का डर दिखाया गया।
इसके बाद कई तरह से डरा धमकाकर बुजुर्ग से अपराधियों ने अपने खाते में 1.19 करोड़ रुपया ट्रांसफर कर लिया। बदमाशों ने कहा कि यह रकम जांच के बाद वापस कर दी जाएगी। पीड़ित के अनुसार उन्होंने तीन खातों में रकम ट्रांसफर की। जब और पैसे ट्रांसफर करने के लिए दबाव आरोपियों द्वारा बनाया गया तो, उन्हें ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने थाना साइबर क्राइम में भी मुकदमा दर्ज करवाया है। साइबर क्राइम पुलिस मामले की जांच कर रही है।