बहराइच। बहराइच में एक गांव में दबंगों द्वारा हैवानियत का मामला सामने आया है। आरोप है कि 2 चचेरी बहनों का विशेष समुदाय के 2 युवकों ने 11 मार्च को खेत से अपहरण कर लिया। परिवार वालों ने जब इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने उनको जान से मारने की धमकी दी। मामला बहराइच के रानीपुर थाना क्षेत्र का है।
परिजनों के मुताबिक आरोपियों ने परिवार वालों से कहा था, ”तुम्हारी बेटियों को 12 घंटे के बाद लौटा देंगे।” लेकिन, घटना के 3 दिन भी बेटियां अपने घर नहीं पहुंची हैं। बेटियों की चिंता में परिवार के लोग बार-बार पुलिस से मदद मांग रहे हैं।
लड़कियों की मां और भाइयों ने मंगलवार को सीएम से इस मामले में लेटर लिखकर मदद मांगी है। मां ने लिखा है, ”बाबा मेरी बेटियां वापस दिला दो। बदमाश उठा ले गए हैं।”
गांव में रहने वाले इम्तियाज और छोटकऊ दबंग किस्म के हैं। गांव में इनके समुदाय के लोगों की संख्या भी ज्यादा है। पीड़ित परिवार का कहना है, ”जिस दिन इन लोगों ने बेटियों को गायब किया था। उस दिन से इन लोगों के साथी हमारे घर के बाहर बैठे रहते थे। वो दोनों आरोपी भी हमें धमकाने आए थे। वो लोग हम लोगों को घर से बाहर तक नहीं निकलने देते थे।”
उन्होंने बताया, ”आरोपी कहते थे, किसी से शिकायत की तो बेटियों के साथ वो होगा जो कभी तुम लोगों ने सोचा तक नहीं होगा। हम लोगों ने किसी तरह से पड़ोसियों की मदद से पुलिस को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद वो लोग हमारे घर के बाहर से हट गए। पुलिस से शिकायत करने के बाद आरोपियों समेत उनके परिवार के लोग भी गांव से फरार हैं।”
इस मामले में अपहृत लड़कियों की छोटी बहन ने बताया, “उस दिन हम दोनों दीदी के साथ खेत की ओर जा रहे थे। हम लोग चारा लेने के लिए घर से निकले थे। मेरी दोनों दीदी आगे-आगे चल रही थीं। मैं पीछे थी। हम लोग बातें करते हुए जा रहे थे। मैं घर से बकरी चराने के लिए भी लेकर आई थी। हम लोग खेत के पास पहुंचे ही थे कि तभी गांव के इम्तियाज और छोटकऊ वहां पहुंच गए।”
उसने बताया, ”उन लोगों ने दोनों दीदी को मेरे सामने उठा लिया। फिर दोनों को कार में जबरन बैठाने लगे। मेरी दीदी चिल्ला रही थीं। जिसके बाद उन लोगों ने दोनों के मुंह बांध दिए। मैं उन लोगों को रोकने लगी, तो वो लोग मुझे पीटने लगे। बोले- चुप हो जा वरना तुझको भी साथ ले जाएंगे। मैं तुरंत वहां से भाग कर अपने घर आई।”
”पूरी बात अपनी मां को बताई। घर के सब लोग मौके पर जा रहे थे। तभी दोनों लड़के अपने साथियों के साथ पहुंचे। उन लोगों ने कहा कि तुम्हारी बेटियों को वापस कर देंगे। अगर किसी से शिकायत की तो जान से मार देंगे। वो लोग अपने कुछ साथियों को हमारे घर के बाहर बैठाकर चले गए थे।”
एक पीड़िता की मां का कहना है, “जबसे घटना हुई है, हम लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है। दोनों आरोपियों का पूरा परिवार गायब है। पता नहीं मेरी बेटियां कैसी होंगी? किस हाल में होंगी? जिस दिन से बेटियां गई हैं, घर में चूल्हा तक नहीं जला है।”
उन्होंने कहा, ”अगर हमारी बेटियों को कुछ हो गया तो हम लोग क्या करेंगे। कोई विवाद न हो, इसलिए गांव में पुलिस को तैनात कर दिया है। लेकिन, बेटियों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। सीएम ही अब हम लोगों की मदद कर सकते हैं।”
वहीं, इस घटना के बाद से गांव का माहौल तनावपूर्ण है। गांव में जगह-जगह पुलिस की टीम तैनात है। डर के कारण लोग अपने बच्चों को स्कूल भी नहीं भेज रहे हैं। लोग घर से ज्यादा निकल भी नहीं रहे हैं। इसके चलते गांव के लोगों को खाने-पीने की भी दिक्कत हो रही है। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
इस मामले में थाना अध्यक्ष शिवनाथ गुप्ता ने बताया, हम लोगों को जब घटना के बारे में पता चला तो हम लोग मौके पर गए थे। पूरे घटना स्थल का निरीक्षण भी किया था। आरोपी के परिवार गांव से फरार हैं। सभी की तलाश की जा रही है। हम लोग गांव के बाहर लगे CCTV भी चेक कर रहे हैं। कोई सुराग मिलते ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। परिवार की ओर से शिकायती पत्र मिल गया है। दोनों बेटियों को सुरक्षित बरामद किया जाएगा।