लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मरीजों को बहकाने वाले एजेंटों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया है कि अस्पताल के भीतर व बाहर संदिग्ध लोगों की पहचान कर उन पर शिकंजा सकें। इसमें किसी भी तरह की ढिलाई न बरती जाये। यह निर्देश उपमुख्यमंत्री ने गुरुवार को कानपुर नगर में मरीजों की दलाली की घटना को लेकर दिए हैं।
कानपुर नगर के यूएचएम चिकित्सालय में 08 अप्रैल को मरीज को एजेंट द्वारा बहकाने संबंधी घटना हुई थी। इसमें ऑपरेशन से पहले पैसे लेने के आरोप लगे थे। घटना का ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लेने के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए। चिकित्सालय प्रशासन ने सक्रिय एजेंट के विरुद्ध प्रभारी थानाध्यक्ष, कोतवाली, बड़ा चौराह कानपुर नगर में एफआईआर दर्ज कराई। साथ ही चिकित्सकों से इस विषय में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
चिकित्सालय प्रशासन प्रतिदिन पुलिस बल के साथ सभी सम्भावित स्थानों का निरीक्षण कर दलालों को चिन्हित कर पकड़ने की कार्रवाई की जा रही है। मरीज व परिजनों को एनाउन्समेंट सिस्टम के जरिए दलालों से सावधान रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटना शर्मनाक है। अधिकारी तत्परता से इस तरह की घटनाओं की रोकथाम करें। सक्रिय एजेंटों से मेल रखने वाले डॉक्टर-कर्मचारियों को चिन्हित कर कार्रवाई करें।