नोएडा। कर्ज में डूबे एक सुनार ने अपने खुद की अपहरण की झूठी सूचना पुलिस को दे दी। कई दिनों से पुलिस उसकी तलाश में थी। पुलिस ने उसे जनपद मथुरा से गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ धारा 203 तथा 406 के पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) श्रीमती सुनीति ने बताया कि मोहित वर्मा नामक सुनार जो की ओमिक्रान-3 थाना सूरजपुर क्षेत्र में रहते थे, वह 30 जनवरी से अपने घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता थे। उन्होंने बताया कि मोहित के चाचा ने इस बाबत 11 फरवरी को थाना सूरजपुर में उनकी गुमशुदगी दर्ज करवाई थी।
डीसीपी ने बताया कि मोहित वर्मा अपने पास रखे करीब तीन लाख रुपया नगद, 42 ग्राम सोना तथा जरूरत के कपड़े एक बैग में रखकर अपनी कार हुंडई से घर से निकला। उसने ओमिक्रान-तीन में पहुंचकर अपनी कार में एक जूता कार के अंदर वह एक जूता कार के बाहर डालकर अपनी कार वहीं पर छोड़कर चला गया था, जिससे लोगों के यह लगे कि उसका अपहरण हुआ है। वह अपने साथ लिए सोना और कपड़ा लेकर नोएडा से मुंबई चला गया। वहां होटल में रहकर उसने मौज मस्ती की। जिस पर करीब 30 से 40 हजार रुपए उसने खर्च किए।
डीसीपी ने बताया कि वहां से वह वृंदावन मे बांके बिहारी के दर्शन के लिए निकला था। बाकी बचे हुए 2,50,000 रुपए नगद तथा 42 ग्राम सोना उसके पास थे। इस मामले की जांच कर रही थाना सूरजपुर पुलिस ने उसे जनपद मथुरा से गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि इसके पास से पुलिस ने ढाई लाख रुपए नगद 42 ग्राम सोना तथा दो मोबाइल फोन बरामद किया है।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस को बताया है कि वह अपने व्यापार में काफी घाटा खा चुका था। काफी लोगों के उसके ऊपर कर्ज हो गए थे। कर्जदार उससे पैसे मांग रहे थे। इसलिए उसने अपहरण की झूठी कहानी रची। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उसके साथ इस घटना में कोई और शामिल तो नहीं है। वही सुंनार के सकुशल बरामद होने और उसकी गिरफ्तारी होने पर उन लोगों ने राहत की सांस ली है, जिससे उन्होंने लाखों रुपए की रकम कर्ज में ले रखी है। क्योंकि पुलिस उन लोगों से भी लगातार पूछताछ कर रही थी जिससे सुनार का लेनदेन का मामला चल रहा था। इसके चलते वे तथा उनके परिवार के लोग काफी परेशान थे।