नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने जेल में बंद ठग सुकेश चन्द्रशेखर से कथित तौर पर 10 करोड़ रुपये की उगाही करने के मामले में दिल्ली के पूर्व मंत्री और आप नेता सत्येन्द्र जैन के खिलाफ सीबीआई जांच को मंजूरी दे दी है।
पिछले साल नवंबर में, चन्द्रशेखर ने एलजी को एक शिकायत दी थी, जिसमें जैन पर उगाही का आरोप लगाया गया था। उस समय जैन तिहाड़ जेल नंबर 70 में थे। दिल्ली हाई कोर्ट में दायर शिकायत वापस लेने के लिए जैन पर डीजी जेल और जेल प्रशासन के माध्यम से चंद्रशेखर को धमकी देने का आरोप है।
उपराज्यपाल को लिखे अपने पत्र में चंद्रशेखर ने दावा किया था कि उन्होंने जैन को प्रोटेक्शन मनी के रूप में 10 करोड़ रुपए दिए थे। इसके अलावा उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) को 50 करोड़ रुपए से अधिक का योगदान दिया था। उन्हें दक्षिण भारत में एक महत्वपूर्ण पद देने का वादा किया गया था।
अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली के पूर्व मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (पीओसी) अधिनियम की धारा 17ए के तहत सीबीआई जांच को मंजूरी दी गई है।
जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मई 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था।
सक्सेना ने सीबीआई जांच के लिए अपनी मंजूरी देते हुए मामले को आवश्यक कार्रवाई के लिए गृह मंत्रालय को भी भेज दिया है।
चंद्रशेखर के पत्र के अनुसार, भ्रष्टाचार के एक मामले में 2017 में गिरफ्तारी के बाद, उन्हें तिहाड़ जेल में रखा गया है, जहां जैन ने उनसे मुलाकात की थी, जिन्होंने उनसे पूछा था कि क्या उन्होंने जांच एजेंसी को आप पार्टी में अपने योगदान से संबंधित कुछ भी बताया है।