मेरठ। मेरठ रेंज डीआईजी कलानिधि नैथानी के निर्देश पर मेरठ परिक्षेत्र के चारों जनपदों में अपराध की रोकथाम के लिए ऑपरेशन पहचान की मुहिम चलाई गई। डीआईजी कलानिधि नैथानी ने दावा किया कि बीते दो महीने में अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई कर शिकंजा कसा है। इससे गत वर्ष की तुलना में अपराध में शुरुआती दो माह में कमी आई है।
डीआईजी ने बताया कि ऑपरेशन पहचान की जनवरी में की गई। अब तक गुंडा अधिनियम में 314, गैंगस्टर अधिनियम में 56, राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम में 2, शस्त्र अधिनियम में 581, एनडीपीएस अधिनियम में 57 एवं आबकारी अधिनियम में 559 मामले दर्ज किएगए। 223 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। सबसे अधिक 89 हिस्ट्रीशीट मेरठ जिले में खोली गई। 78 अपराधियों को जिला बदर किया गया। 50-50 हजार के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।
मेरठ जिले में गुंडा अधिनियम के 113, गैंगस्टर अधिनियम के 17, शस्त्र अधिनियम के 163, एनडीपीएस अधिनियम के 16 एवं आबकारी अधिनियम के 121 अभियोग दर्ज किए गए। बुलंदशहर में गुंडा अधिनियम के 95, गैंगस्टर अधिनियम के 26, राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के दो, शस्त्र अधिनियम के 265, एनडीपीएस अधिनियम के 32 एवं आबकारी अधिनियम के 327 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं। बागपत में गुंडा अधिनियम के 73, गैंगस्टर अधिनियम के 6, शस्त्र अधिनियम के 73, एनडीपीएस अधिनियम के 6 एवं आबकारी अधिनियम के 53 अभियोग दर्ज किए गए। हापुड में गुंडा अधिनियम के 33, गैंगस्टर अधिनियम के 7, शस्त्र अधिनियम के 80, एनडीपीएस अधिनियम के 03 एवं आबकारी अधिनियम के 58 मामले दर्ज किए गए।
डीआईजी ने बताया कि ऑपरेशन पहचान के तहत 223 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलकर कार्यवाही की गई है, जिसमें जनपद मेरठ में 89, बुलन्दशहर में 73, बागपत में 43 एवं हापुड़ में 18 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई हैं।
डीआईजी ने बताया कि ऑपरेशन पहचान के अंतर्गत जनवरी और फरवरी के महीने में हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार, चोरी आदि घटनाओं में वर्ष 2023/24 के मुकाबले इस वर्ष काफी कमी आई है। वर्ष 2024 के पहले दो महीनों में चारों जिलों मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, हापुड़ में हत्या के 32, लूट-डकैती के 16, बलात्कार के 24 एवं चोरी के 65 मामले दर्ज किए गए। जबकि इस वर्ष दो महीनों में हत्या के 27, लूट डकैती के 8, बलात्कार के 15 एवं चोरी के के 33 मुकदमे दर्ज हुए।