मुजफ्फरनगर। जनपद में 28 व 29 अक्टूबर को आयोजित होने वाली प्रारम्भिक अर्हता लिखित परीक्षा-2०23 के सम्बन्ध में बैठक का आयोजन जिला पंचायत सभागार में जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें सैक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, केन्द्र अधीक्षक, एसपी सिटी, वरिष्ठ कोषाधिकारी, एआरएम रोडवेज आदि उपस्थित थे।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग लखनऊ द्वारा 28 में 2 पालियों व 29 अक्टूबर में 2 पालियों में आयोजित होने वाली प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा-2०23 की लिखित परीक्षा के बारे में निर्देशित किया कि परीक्षा में लगे सभी सैक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, परीक्षा केन्द्र अधीक्षक पूरी जिम्मेदारी के साथ परीक्षा को पारदर्शिता व शुचितापूर्ण तरीके से सम्पन्न करायेड्डगे।
उन्होंने सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया कि वे परीक्षा से पूर्व ही अपने-अपने परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण कर अपने रूट को चैक कर लें। अभ्यर्थियों की तलाशी के लिए अलग पंक्तियाँ बनाते हुए तलाशी गेट के बाहर की जाएं, इसमें परीक्षा केन्द्र पर लगे केन्द्र अधीक्षक व स्टेटिक मजिस्ट्रेट अपने-अपने दायित्वों का आयोग के निर्देशों के अनुसार ही पालन करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि केन्द्र अधीक्षक आयोग द्वारा उपलब्ध करायी गयी निर्देश पुस्तिका का भली-भांति अध्ययन कर लें और यह भी सुनिश्चित करें कि परीक्षा केन्द्र पर सीसीटीवी कैमरे,शौचालय आदि समस्त मूलभूत सुविधाएं पूर्ण हों। किसी भी प्रकार का इलैक्ट्रोनिक आइटम (यथा-मोबाइल फोन, इलैक्ट्रोनिक घड़ी, कैल्कुलेटर आदि) पूर्णत: वर्जित है। समस्त कार्मिकों के पास पहचान पत्र अनिवार्य हैं।
पूर्ण परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी। बैठक में नोडल अधिकारी नरेन्द्र बहादुर सिंह ने उपस्थित सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट एवं केन्द्र अधीक्षकों को अवगत कराया कि आयोग द्वारा प्रारंभिक अर्हता परीक्षा-2०23 की लिखित परीक्षा के लिए जनपद में 26 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं, जिनमें 53184 अभ्यर्थियों द्वारा चारों पालियों में दोनों दिन परीक्षा देंगे। इस लिखित परीक्षा में प्रत्येक 3 परीक्षा केन्द्रों पर एक सैक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति करते हुए कुल ०9 सैक्टर मजिस्ट्रेट लगाये गये हैं तथा 35 स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं।
नोडल अधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि सभी सैक्टर मजिस्ट्रेट केन्द्र अधीक्षक से समन्वय करते हुए अपने-अपने परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण परीक्षा तिथि से पूर्व एक बार भली भांति कर ले। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण परीक्षा की जिम्मेदारी केन्द्र अधीक्षक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट एवं एजेन्सी की होगी। सैक्टर मजिस्ट्रेट परीक्षा के दौरान भ्रमणशील रहकर सकुशल परीक्षा सम्पन्न करायेंगे। उक्त परीक्षा की शुचिता को बनाए रखने के लिये किसी भी अभ्यार्थी को किसी भी प्रकार की पाठ्य-सामग्री, मोबाइल फोन, कैलकुलेटर, इलैक्ट्रानिक डिवाइस, आदि उपकरण परीक्षा कक्ष में लेकर जाने की अनुमति नहीं होगी। गेट पर अभ्यार्थियों की सघन तलाशी ली जाएगी।
छात्रों के मोबाइल, बैग आदि को जमा करने की उचित व्यवस्था यथा अलग से लॉक रूम की व्यवस्था केन्द्र अधीक्षक द्वारा की जाएगी।अपर जिलाधिकारी ने सैक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट व केन्द्र अधीक्षकों को विस्तारपूर्वक आयोग द्वारा प्रदत्त निर्देशों से अवगत कराते हुए निर्देशित किया कि वे अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन सावधानीपूर्वक एवं गम्भीरता के साथ करें। ताकि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न न हो। उन्होंने प्रश्नपत्रों की कोषागार से निकासी तथा सीलिंग व बण्डलिंग करने तक की सभी प्रक्रियाओं की जानकारी दी।
एसपी सिटी ने कहा कि प्रत्येक केन्द्र पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की गयी है। बैठक का संचालन करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक डा. धर्मेन्द्र शर्मा द्वारा प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा-2०23 की लिखित परीक्षा के बारे में निर्देश पुस्तिका में उल्लिखित एक-एक बिन्दु पर विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गयी तथा उपस्थित केन्द्र अधीक्षकों की शंकाओं का निवारण भी तत्समय किया गया। परीक्षा केन्द्रों के गेट के पास ही हेल्प डेस्क बनाने के लिए निर्देशित किया गया ताकि आने वाले अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो उन्होंने बताया कि परीक्षा में किसी भी संदिग्ध स्टाफ को कक्ष अन्तरीक्षक की ड्यूटी पर नहीं लगाया जाएगा।
बैठक में आयोग द्वारा नामित जिला प्रबन्धक श्रीमती चंचल सक्सेना तथा एजेन्सी से जुड़े नावेद खान द्वारा अपने स्तर से प्रदान की जाने वाली सुविधाओं के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी गयी। बैठक में एसपी सिटी, समस्त सैक्टर मजिस्ट्रेट तथा समस्त स्टेटिक मजिस्ट्रेट, समस्त केन्द्र अधीक्षक तथा अन्य परीक्षा से जुड़े समस्त अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।