अयोध्या। रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा महाेत्सव काे लेकर अयाेध्याधाम में हर्ष का माहाैल है। चाराें तरफ लाेग अपने-अपने तरीके से उत्सव मनाकर खुशी का इजहार कर रहे हैं।
श्रीकृष्ण सेवा संस्थान बीकानेर, राजस्थान की ओर से सरयू तट के सहस्रधारा आरती घाट पर मंगलवार की सायं सवा लाख दीप जलाकर दीपाेत्सव मनाया गया। उसके बाद संस्था के लाेगाें व श्रद्धालुओं ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस मौके पर कलाकारों ने अनेकानेक भजन गाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया। श्रद्धालुओं ने कहा कि सरयू आरती में सम्मिलित हाेकर हमलोगों ने अपने जीवन को धन्य बनाया।
दीपाेत्सव कार्यक्रम में श्रीरामवल्लभाकुंज के अधिकारी संत राजकुमार दास महाराज, श्रीआंजनेय सेवा संस्थान अध्यक्ष व रामकचेहरी महंत शशिकांत दास, पत्थर मंदिर महंत मनीष दास के सानिध्य में मनाया गया। इस अवसर पर श्रीकृष्ण सेवा संस्थान बीकानेर राजस्थान के अध्यक्ष श्याम सुंदर साेनी ने बताया कि पांच साै वर्षाें के लंबे संघर्ष बाद 22 जनवरी को श्रीरामलला अपने भव्य, दिव्य, नव्य मंदिर में विराजमान हाेने जा रहे हैं। जाे हम सबके लिए खुशी और गर्व का विषय है। इससे हम सब बहुत ही उत्साहित हैं। हमारे आराध्य रामलला दिव्य भवन में विराजमान हो रहे हैं। इससे हम लाेगाें की खुशी और अधिक दुगनी हो गई है। इस खुशी में बीकानेर द्वारा पावन सरयू तट के सहस्रधारा आरती घाट हम सबने सवा लाख दीप जलाकर दीवाली मनाया है। साथ ही साथ सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ एवं धार्मिक भजन का कार्यक्रम किया। श्रद्धालुओं को प्रसाद बांटा गया।
इस कार्यक्रम में डॉ. एलके कपिल, भैरूलाल माैसूण, विजय सिंह कड़ेल, ओमप्रकाश, संजय लावट, चंद्रसिंह चाैहान, वीरेंद्र सिंह शेखावत, कमल गहलोत, दिनेश कुमार, सुखदेव बूटण, जयकिशन माैसूण, केके मराठा, सचिन मराठा, मघाराम कुम्हार, हरखचंद्र भाटी, पवनकुमार कुम्हार, मघाराम प्रजापत आदि का विशेष याेगदान रहा।