गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में अफसरशाही किस कदर हावी है और किस तरह बीजेपी के बड़े नेताओं को भी अपमानित करने से पीछे नहीं रहती है,इसका एक नज़ारा गाज़ियाबाद में दिखाई दिया, जिसके बाद डीएम द्वारा उनको पिलाई गयी चाय का भी ताना देने पर आहत भाजपाईयों ने डीएम को चाय के पैसे लौटाकर अपनी नाराजगी दिखाई है।
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गत दिवस गाजियाबाद में रात्रि प्रवास के दौरान बीजेपी के कई बड़े नेता मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे। भाजपा नेताओं का आरोप है कि इस दौरान जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने उन्हें लाइन में लगा दिया। लाइन में लगे नेता अपने आप को अपमानित महसूस करने लगे और वहां से बिना मिले चले गए। इसके बाद नेताओं ने 50 रुपये प्रति चाय के हिसाब से 700 रुपये जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को वापस करने का दावा किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गाजियाबाद प्रवास के दौरान भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता उनसे मिलने पहुंचे थे। कई बार सांसद रहे रमेश चंद तोमर, पूर्व विधायक रूप चौधरी, कृष्णवीर सिरोही,प्रशांत चौधरी समेत पृथ्वी सिंह,अजय शर्मा, पवन गोयल, विजय मोहन, अनिल स्वामी, वीरेश्वर त्यागी, राजेंद्र त्यागी और सरदार एस.पी. सिंह आदि नेता इनमे शामिल
थे। बीजेपी के इन नेताओं का आरोप है कि इस दौरान जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने उन्हें लाइन में लगाकर अपमानित किया। हाथों में एक-एक फूल देकर वार्ता स्थल की बजाय गेट के पास लाइनअप कर दिया। भाजपा नेताओं के मुताबिक नाराजगी व्यक्त करने पर जिलाधिकारी ने उन्हें कहा कि आपको हमने चाय भी पिलाई थी। इसके बाद भाजपा नेता बिना मुख्यमंत्री से मिले वापस चले आये और अब नेताओं ने 50 रुपये प्रति चाय के हिसाब से 700 रुपये भी जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को वापस भेज दिए है। इस घटना के बाद एक सार्वजनिक पत्र भी जारी किया गया है।
पत्र में जिलाधिकारी को संबोधित करते हुए कहा गया कि मुख्यमंत्री से भाजपा के वरिष्ठजन के साथ वार्ता करने का कार्यक्रम निर्धारित था,परंतु आपके द्वारा सभी को निकासी द्वार पर वार्ता के स्थान पर लाइनअप किया जाने लगा। इस पर सभी ने अपने को अपमानित महसूस किया और वहां से कार्यक्रम छोड़कर चले आए। आपने तब यह कहा कि मैंने आपको
चाय पिलाई है। अतः उस चाय का 50 रुपये प्रति चाय के हिसाब से 700 आपको भेजे जा रहे हैं। पत्र के साथ में 700 रुपए भी दर्शाए गए हैं। भाजपा के बड़े नेताओं का यह पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
आपको बता दे कि गाज़ियाबाद के जिलाधिकारी मुख्यमंत्री के पसंदीदा अफसरों में शामिल है। मुख्यमंत्री द्वारा पहले उन्हें लम्बे समय तक मुरादाबाद में जिलाधिकारी बनाकर रखा गया, जिसके बाद उन्हें गाज़ियाबाद के डीएम बना दिया गया। उन्हें डीएम के साथ गाज़ियाबाद में विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बना कर रखा गया है।