बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय जिले में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी (डीएम) को बंधक बना लिया। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि पूरे इलाके को छावनी में तब्दील करना पड़ा। डीएम को छुड़ाने के लिए सात थानों की पुलिस मौके पर तैनात की गई।
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घटना की शुरुआत तब हुई जब रेल पुलिस अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची। इसी बीच संग्रहालय का निरीक्षण करने के लिए डीएम भी वहां पहुंचे। डीएम की उपस्थिति की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने एकजुट होकर संग्रहालय के मुख्य द्वार का घेराव कर दिया और उन्हें अंदर ही बंधक बना लिया। ग्रामीणों का कहना था कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए अतिक्रमण हटाना उनके लिए अस्वीकार्य है।
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घंटों तक ग्रामीणों ने संग्रहालय के मुख्य द्वार पर डेरा डाले रखा। स्थिति बिगड़ती देख डीएम ने मुख्य द्वार से वापस जाकर संग्रहालय के अंदर शरण ली। सूचना मिलते ही जिले के सात थानों की पुलिस, एसडीओ राजीव कुमार और डीएसपी सुबोध कुमार समेत प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।
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घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। कुछ ग्रामीण प्रशासन की बात मानने को तैयार हुए, लेकिन ज्यादातर लोगों ने अतिक्रमण हटाने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था की मांग को लेकर विरोध जारी रखा।
घंटे भर की कड़ी मशक्कत के बाद एसपी के नेतृत्व में पुलिस ने ग्रामीणों को शांत किया और डीएम की सुरक्षा सुनिश्चित की। अतिरिक्त पुलिस बल की मदद से डीएम की गाड़ी को सुरक्षित रूप से वहां से निकाला गया।
ग्रामीणों का कहना है कि वे तब तक अतिक्रमण हटाने की अनुमति नहीं देंगे, जब तक उन्हें रहने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं दी जाती। प्रशासन ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है, लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
फिलहाल इलाके में पुलिस की तैनाती जारी है। प्रशासन ने ग्रामीणों से बातचीत कर मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का प्रयास किया है। डीएम को सुरक्षित निकालने के बाद स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन ग्रामीणों का विरोध जारी है।