वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने गाजा प्लान की केवल सिफारिश करेंगे इसे जबरन लागू नहीं करेंगे। ट्रंप ने गाजा पट्टी को खाली करने और इसे अमेरिकी नियंत्रण में लेकर विकसित करने की योजना पेश की थी जिसकी व्यापक आलोचना हुई थी।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फॉक्स न्यूज से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, “मैं आपको बताऊंगा कि इसे कैसे करना है। मुझे लगता है कि यह योजना वास्तव में कारगर है। लेकिन मैं इसे जबरदस्ती थोप नहीं रहा हूं। मैं बस बैठकर इसकी सिफारिश करूंगा। और फिर अमेरिका इस साइट का मालिक होगा, वहां कोई हमास नहीं होगा। और उन्हें विकसित किया जाएगा और आप एक नई शुरुआत करेंगे।” मिस्र और जॉर्डन समेत अरब देशों ने फिलिस्तीनियों को पूरी तरह से विस्थापित करने और युद्धग्रस्त क्षेत्र का पुनर्विकास करने के ट्रंप के विचार को खारिज कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने विस्थापित फिलिस्तीनियों को स्वीकार करने के प्रस्ताव पर सहमत न होने पर मिस्र और जॉर्डन को दी जाने वाली विदेशी सहायता को भी बंद करने भी धमकी दी।
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बाद में, जॉर्डन 2,000 बीमार बच्चों को लेने के लिए सहमत हो गया। ट्रंप ने इस बात पर भी हैरान जताई कि क्यों 2005 में इजरायल ने गाजा पट्टी से एकतरफा वापसी की और फिलिस्तीनी प्राधिकरण को नियंत्रण सौंप दिया। ट्रंप ने पूर्व इजरायली प्रधानमंत्री एरियल शेरोन का अप्रत्यक्ष संदर्भ देते हुए कहा, “इजरायल से किसी ने, मैं आपको नहीं बता सकता कि कौन था, लेकिन वह अच्छी तरह से जाना जाता था], इसे छोड़ने का फैसला किया। यह खराब रियल एस्टेट डील में से एक थी। ” अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी वादा किया कि यदि प्रधानमंत्री नेतन्याहू शेष बंधकों को छुड़ाना चाहते हैं या हमास को ‘समाप्त’ करने के लिए लड़ाई फिर से शुरू करना चाहते हैं तो वह उनका समर्थन करेंगे। इसी प्रसारणकर्ता के साथ पहले दिए गए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा था कि अमेरिक जब क्षेत्र का पुनर्विकास करेगा तो उसके बाद विस्थापित फिलिस्तीनियों को वापस लौटने का अधिकार नहीं होगा।