मुजफ्फरनगर। आज 25 July को डा० तारिणी तनेजा IVF Specialist ने World IVF Day के उपलक्ष में तनेजा हॉस्पिटल में एक गोष्टी का आयोजन कर उपस्थित महिलाएं एवं पुरषों को बढती
नि: संतानता (Infertility) से जुड़े कारणों पर प्रकाश डाला। डा० तारिणी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पहली बार
25 july 1978 को U.K. में एक बच्ची, लुईस जॉय ब्राउन का जन्म IVF प्रतिक्रिया से हुआ, तब विदेशो में एक दो सेंटर और भारत में मेट्रो सिटी में IVF Center खुले, पर आज IVF की जरूरत बढती जा रही है।
महिलाओं को उन्होंने बताया आजकल काफी महिलाओं को पूर्ण रूप से अंडा नहीं, बनता उसकी खास वजह PCOD की समस्या है, जिससे गड़बड़ महीना या फिर केवल दवाइयों से महीना आता है, उससे Androgen Hormone के बढ़ने से सिर के बाल कम हो जाते हैं, होंठ एवं चिन पर बाल उग आते है, वजन बढ़ जाता है, इसके अलावा बच्चा ठहरने में परेशानी होती है, कई बार बच्चा ठहर भी नहीं पाता बिना इलाज के, इसके लिए डा० तारिणी ने बताया कि महीना गड़बड़ी होने पर या केवल दवाईयों से महीना आने पर तुरंत स्पेशलिस्ट डॉक्टर कि सलाह ले और अपना कीमती समय बर्बाद न करें, बच्चा न ठहरने के अन्य कारण बच्चेदानी में रचनात्मक कमी होना जैसे बच्चेदानी में Septum Polyp एवं Adhesions का होना इस सबके रहते हुए अगर बच्चा ठहर जाता है, तब Miscarriage की रिस्क बढ़ जाती है उन्होंने वजन न बढ़ने के लिए संतुलित आहार व्यायाम, अच्छी लाइफ स्टाइल एवं खुश रहने पर जोर दिया।
किशोरियों को आगाह किया कि तला भुना और बाहर का आहार रोजाना न खाएं, खासकर T.V. के सामने बैठकर न खाए।
पुरुषो में बढती Infertility के बारे में भी समझाया उचित लाइफ स्टाइल एवं खासतौर पर लेपटॉप को गोदी में रखकर काम न करे, बीच में जरुर कुछ स्टैंड वाली टेबल या तकिया रखे, जिससे लेपटॉप की Direct Heat से Testes में पनपते शुक्राणु निष्क्रिय न हो।