शामली। जनपद में औषधि निरीक्षक द्वारा जिलाधिकारी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई गई है। जहाँ जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रशासनिक अधिकारियों को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक अपने ऑफिस में बैठकर जनसुनवाई किए जाने हेतु सख्त निर्देश दिए गए हैं। लेकिन औषधि निरीक्षक को जिलाधिकारी के आदेशों की कोई भी परवाह नहीं है। जिसके चलते सुबह 10 बजे के बाद भी उनके कार्यालय पर ताला लटका पाया गया। जिससे औषधि निरीक्षक के कार्यालय पर आने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वही अपर जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच हेतु टीम गठित कर दी है।
आपको बता दें कि जिलाधिकारी रविंद्र सिंह द्वारा सभी प्रशासनिक अधिकारियों को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक अपने ऑफिस में बैठकर वहां आने वाले लोगों की जनसुनवाई करने व उनकी समस्याओं के समाधान कराए जाने हेतु आदेशित किया गया है। लेकिन थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के कस्बा बनत में डीएम के आदेशों की धज्जियां उस समय उड़ती हुई देखने को मिली जब सुबह 10 बजे के बाद तक भी औषधि निरीक्षक निधि पांडे के कार्यालय पर ताला लटका मिला। जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि औषधि निरीक्षक जिलाधिकारी के आदेशों के प्रति कितनी जिम्मेदार है। चर्चा है कि औषधि निरीक्षक इसी तरह तक कई -कई दिनों तक अपने कार्यालय नहीं आती। जिसके चलते वहां पर समस्या लेकर आने वाले लोगों को बेवजह ही रोज रोज औषधि निरीक्षक के कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे है।
वही इस मामले में अपर जिलाधिकारी संतोष कुमार का कहना है हमारे द्वारा समय समय पर अधिकारियो के कार्यालयों का निरीक्षण किया जाता है संज्ञान में आया है कि जनसुनवाई के समय के दौरान औषधि निरीक्षक के कार्यालय के गेट पर ताला लगा हुआ मिला है। जबकि बगल के अन्य ऑफिस खुले हुए हैं, औषधि निरीक्षक के खिलाफ पहले भी कई बार शिकायतें मिल चुकी है और व्यापार मंडल की बैठक में भी कुछ लोगों ने उन पर आरोप लगाए हैं। इसके संबंध में जिला प्रशासन द्वारा टीम गठित कर जांच बिठाई गई है और इस बात को भी संज्ञान में लिया जाएगा कि अगर कोई अधिकारी बिना किसी सूचना के अपने ऑफिस से गायब है, उसके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।