रांची। रांची के बड़गाईं अंचल के जमीन घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शनिवार को ईडी की पूछताछ करीब सात घंटे तक चली। शाम 8 बजकर 20 मिनट पर ईडी के अफसरों की टीम सीएम आवास से बाहर निकली। सूत्रों की मानें तो इस मामले के कुछ बिंदुओं पर उनसे दोबारा पूछताछ की जा सकती है।
पूछताछ पूरी होने के बाद सीएम सोरेन अपने आवास से निकले और बाहर जमा समर्थकों से कहा कि हम किसी से डरने वाले नहीं हैं। हर वाजिब सवाल का जवाब दिया जाएगा। उन्होंने समर्थन जताने के लिए कार्यकर्ताओं और समर्थकों का आभार जताया।
इसके पहले ईडी के अफसरों की टीम शनिवार को करीब एक बजे कांके रोड स्थित सीएम आवास पहुंची थी। यहां उनसे बंद कमरे में 7.25 बजे तक पूछताछ हुई। ईडी के अफसर बड़गाईं अंचल में डीएवी बरियातू के पीछे स्थित 8.46 एकड़ जमीन से संबंधित दस्तावेज लेकर पहुंचे थे। इन्हें दिखाकर सीएम से कई सवाल पूछे गए। इसके अलावा सीएम से उनके और उनके परिजनों द्वारा अर्जित संपत्ति के बारे में जानकारी मांगी गई।
बताया जा रहा है कि ईडी ने सीएम से करीब एक दर्जन सवाल पूछे। अफसरों ने सीएम का जो बयान दर्ज किया है, उसका दस्तावेजों के साथ मिलान किया जाएगा। इसके बाद एक बार फिर उनसे पूछताछ हो सकती है।
शनिवार को ईडी की टीम जब सीएम आवास में दाखिल हुई तो वहां से करीब 50 मीटर की दूरी पर झामुमो के कार्यकर्ता और हेमंत सोरेन के समर्थक बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर ईडी के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। कुछ कार्यकर्ता तीर-धनुष लेकर भी पहुंचे थे। ये लोग ‘सीबीआई-ईडी का दुरुपयोग नहीं चलेगा’, ‘हेमंत हमारा स्वाभिमान हैं’ जैसे नारे लगाते रहे।
हालांकि, इन्हें सीएम आवास के पहले रोक दिया गया। सीएम से जब तक पूछताछ चली, उनके आवास के अंदर और बाहर सीआरपीएफ की कई टुकड़ियां सुरक्षा में तैनात की गई थी।
गौरतलब है कि बड़गाईं अंचल के जमीन घोटाले में ईडी आईएएस छवि रंजन सहित डेढ़ दर्जन लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इस प्रकरण में हेमंत सोरेन की भूमिका के बारे में जानकारी मिलने के बाद ईडी ने उन्हें एक-एक कर आठ समन भेजे थे। सोरेन इनमें से सात समन पर ईडी के समक्ष हाजिर नहीं हुए।
हालांकि, उन्होंने हर समन के बाद लिखित तौर पर अपना पक्ष भेजा। उन्होंने ईडी को भेजे गए पत्रों में समन को नाजायज बताया था। सोरेन ने ईडी पर मीडिया ट्रायल करने का भी आरोप मढ़ा था। इसके बाद ईडी ने 13 जनवरी को आठवीं बार समन भेजकर 16 से 20 जनवरी के बीच हाजिर होने को कहा था। एजेंसी ने उन्हें कहा था कि वे दो दिनों के भीतर बयान दर्ज कराने के लिए समय और जगह निश्चित कर सूचित करें।
ईडी ने सोरेन से कहा था कि अगर 16 से 20 जनवरी के बीच वे एजेंसी के समक्ष हाजिर नहीं होते हैं तो उसे खुद उनके पास आना पड़ेगा। इसके बाद 16 जनवरी को हेमंत सोरेन ने ईडी को पत्र लिखकर सूचित किया था कि एजेंसी उनसे 20 जनवरी की दोपहर कांके रोड स्थित सीएम हाउस में आकर उनका बयान दर्ज कर ले।