सहारनपुर। सहारनपुर के टपरी स्थित शराब कंपनी के 18 भूखंड और बैंक खातों में जमा 20.38 करोड़ मनी लाड्रिंग एक्ट के तहत प्रवर्तन निदेशालय ईडी की लखनऊ शाखा द्वारा जब्त किए गए। ध्यान रहे 3 मार्च 2021 को टपरी डिस्टलरी पर एसटीएफ ने छापा मारा था।
जिसमें 100 करोड़ रूपए की कर चोरी सामने आई थी। तब इस डिस्टलरी को सील कर दिया गया था। साथ ही उसके शराब डिपो जहां-जहां भी थे वे भी जब्त कर लिए गए थे। इसमें कानपुर का डिपो भी शामिल था। जहां शराब भेजी जा रही थी जिसे बरेली में पकड़ लिया गया था। इस मामले में बरेली निवासी अजय जायसवाल के आवास पर भी ईडी ने छापा मारा था और अजय जायसवाल का कानपुर, सहारनपुर और उन्नाव में बड़ा कारोबार है। छापेमारी में 50 करोड़ की कर चोरी सामने आई थी।
जिला आबकारी अधिकारी करूनेंद्र सचान ने बताया कि जांच पूरी होने तक टपरी की डिस्टलरी बंद रहेगी। टपरी डिस्टलरी से शराब विभिन्न शहरों और दुकानों पर बेची जाती थी उससे आबकारी कर के रूप में सरकार को 34.73 करोड़ का नुकसान हुआ था। कंपनी के निदेशकों और कर्मचारियों को करोड़ो का फायदा हुआ।
मैसर्स को-आपरेटिव कंपनी लिमिटेड के निदेशकों और कर्मचारियों के खिलाफ अवैध रूप से शराब बेचने का मामला दर्ज हुआ था। ईडी ने जुलाई 2021 में टपरी शराब फैक्टरी पर छापेमारी में 11.26 लाख ।रूपए बरामद किए थे।ईडी ने 24 मई 2023 को इस रकम को जब्त कर लिया। ईडी की यह दूसरी कार्रवाई थी।