बेंगलुरु। ईद मिलाद हिंसा को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि शिवमोग्गा शहर में हुई पथराव की घटना के सिलसिले में 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीएम ने साफ तौर पर कहा कि सरकार पथराव की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी। शिवमोग्गा शहर शांतिपूर्ण है।
बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए सिद्दारमैया ने कहा, ”हिंसा के लिए जिम्मेदार और पथराव करने वाले 40 से अधिक उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। हम उन पर मामले दर्ज कर रहे हैं क्योंकि धार्मिक जुलूस निकालते समय पथराव करना कानून के खिलाफ है।”
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार इन गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी और उन पर लगाम लगाई जाएगी।”
उन्होंने कहा, “शिवमोग्गा शहर अब पूरी तरह से सामान्य है। पुलिस हरसंभव कार्रवाई कर रही है। पथराव की घटना के बाद शहर में शांति स्थापित हो गई है। हम शिवमोग्गा में शांति बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे।”
सीएम ने आगे कहा, “शिवमोग्गा में जब ईद मिलाद का जुलूस निकाला गया था, तो उपद्रवियों ने शहर के बाहरी इलाके के रागी गुड्डा इलाके में पथराव किया था। पुलिस पर भी पथराव हुआ था। पुलिस ने अनिवार्य रूप से लाठीचार्ज किया।”
तनाव बढ़ने के बाद कर्नाटक पुलिस ने सोमवार को पूरे शिवमोग्गा शहर में कर्फ्यू बढ़ा दिया। ईद मिलाद जुलूस के दौरान हिंसा के बाद रविवार को शहर के रागी गुड्डा इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई।
पूरे शहर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। संवेदनशील प्वाइंटों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी। दुकानें बंद करने को कहा गया है।
किसी भी अप्रिय घटना को विफल करने के लिए शहर में जिला सशस्त्र रिजर्व (डीएआर) की कम से कम 12 प्लाटून, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की दो प्लाटून, कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की दो प्लाटून और 2,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
बता दें कि बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की हत्या फरवरी 2022 में शिवमोग्गा शहर में हुई थी। शहर में स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के बैनर और पोस्टर लगाने पर चाकूबाजी की कई घटनाएं भी देखी गई थी।