मेरठ। मेरठ में शांतिपूर्ण तरीके से कड़ी सुरक्षा इंतजाम के साथ शाही ईदगाह में बकरीद की नमाज पढ़ी गई है. जामा मस्जिद और ईदगाह में सामूहिक नमाज पढ़ी गई। जहां पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। इस मौके पर प्रशासन अपनी पूरी टीम के साथ मुस्तैद दिखे। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक धूमधाम से बकरीद त्यौहार मनाया जा रहा है। मस्जिदों में नमाज पढ़ने के बाद ईदगाह में नमाज पढ़ी गई। सभी लोगों ने नमाज पढ़ने के बाद एक-दूसरे को गले मिलकर बधाइयां दीं।
मसौढ़ी में बकरीद की नमाज:
रहमतगंज जामा मस्जिद के मौलाना जहूर इमाम ने कहा कि मुल्क की खुशहाली, तरक्की, शांति और भाईचारे के लिए दुआ मांगी गई है। कुर्बानी कबूल करने के लिए अल्लाह ताला से दुआ मांगी गई है। इसके बाद सभी इबादतगाहों पर नमाज अदा की जा रही है। नमाज के बाद लोग कब्रिस्तान में फातिहा भी पढ़ने जाते हैं।
मौलाना जहूर इमाम ने कहा कि “कुर्बानी अल्लाह को बहुत प्यारी है। कुर्बानी के गोश्त का तीन हिस्सा कर एक हिस्सा गरीबों को सदका किया जाता है। दूसरा हिस्सा दोस्त, रिश्तेदारों, पड़ोसियों को और तीसरा हिस्सा खुद इस्तेमाल किया जाता है।
एक-दूसरे को दी बकरीद की बधाई:
इस दौरान सभी से अमन और भाईचारा कायम रखने की अपील की गई है। जरूरतमंदों का ख्याल रखा जाता है। नमाज के बाद पैगंबर हजरत इब्राहिम और पैगंबर हजरत इस्माइल की असीम कुर्बानी को याद करते हुए बकरा और अन्य पशु की कुर्बानी दी गई। कुर्बानी पर्व बकरीद पैगंबर हजरत इब्राहिम एवं पैगंबर हजरत इस्माइल की कुर्बानी की याद में यह पर्व मनाया जाता है।