मुजफ्फरनगर। लखनऊ में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा व हड़ताली विद्युत कर्मचारियों में वार्ता के पश्चात हड़ताल समाप्त होने की घोषणा के साथ ही मुजफ्फरनगर जिले में बिजली विभाग के सभी अधिकारी काम पर लौट आए हैं, पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए तीनों कर्मचारी भी छोड़ दिए गए हैं, जिसके बाद सभी टीमें अपने-अपने क्षेत्रों में लग गई है और लगभग 64 घंटे बाद शहर की बिजली आपूर्ति सामान्य हो पाई और देहात में भी बिजली आपूर्ति सामान्य कर दी गई है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने बिजली हड़ताल खत्म होने के बाद तत्काल बिजली विभाग के अधिकारियों को तलब किया और उन्हें तुरंत बिजली व्यवस्था को सुचारू करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को सभी बिजली घरों पर नियुक्त करके अपने सामने बिजली सुचारू कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि रुड़की रोड, गांधी कॉलोनी, शामली रोड, टाउनहॉल रोड, मीरापुर, कुतुबपुर, जानसठ, कुरालसी, मंडी समिति और बुढाना टाउन के बिजलीघर शुरू हो गए हैं। गांधी कॉलोनी बिजली घर को शुरू कर दिया गया था, लेकिन एक लाइन में थोड़ा फाल्ट आने के कारण ट्रिपिंग हो गई, जहां फाल्ट को ठीक कर कुछ ही देर बाद ही बिजली व्यवस्था सुचारू कर दी गई थी। गांधी कॉलोनी में केवल एक फीडर में गड़बड़ थी, जिसके कारण बिजलीघर बंद रहा। शाम लगभग पांच बजे फाल्ट ठीक कर दिया गया और फाल्ट ठीक होते ही गांधी कॉलोनी की बिजली आपूर्ति सुचारू कर दी गई।
विद्युत वितरण खंड नगरीय के अधीक्षण अभियंता एसके अग्रवाल ने बताया कि शहर की पूरी विद्युत व्यवस्था सुचारू हो गई है। बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उनके तीन मुख्य कर्मचारी पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए थे, उन्हें रिहा कर दिया गया और वे भी तत्काल बिजलीघरों पर पहुंचे तथा विद्युत आपूर्ति सुचारू कराने में सहयोग किया।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली व्यवस्था पूर्ववत्त की भांति प्रारंभ करा दी गई। लगभग 64 घंटे बाद विद्युत आपूर्ति बहाल होने से लोगों ने राहत की सांस ली है।