नागल(सहारनपुर)। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश भर में चलाए जा रहे पीएम किसान लाभार्थी संततृप्तिकरण अभियान के तहत ग्राम सभा नागल में एक शिविर का आयोजन किया गया ।जिसमें 11:30 तक मौके पर कोई भी राजस्व विभाग का कर्मचारी अथवा हल्का लेखपाल मौके पर नहीं पहुंचा था,जिस कारण यह शिविर मजाक बनकर रह गया। इस स्थिति को देखकर किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नागल गांव के मौजा यूसुफपुर के 78 किसानों की जमीन का रकबा लेखपालों की गलतियों के कारण गांव जोला डिंडोली एवं रसूलपुर खेड़ी में दर्ज कर दिया गया है ।जिसके कारण इन किसानों की केवाईसी होने के बावजूद भी किसान सम्मान निधि उनके खाते में नहीं पहुंची, यह सभी किसान तहसील वह ब्लॉक मुख्यालय के चक्कर लगा रहे हैं।
किसानों की परेशानी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी गांव सभाओं में एक निर्धारित समय पर इस शिविर के आयोजन का निर्णय लिया था। जिसमें कृषि विभाग के प्राविधिक सहायक रविंद्र कुमार अकेले मौजूद रहे इसके बाद किसानों ने उप जिलाधिकारी देवबंद संजीव कुमार को फोन के माध्यम से अपनी परेशानी बताई उसके बाद लगभग 12:00 बजे नागल हल्का क्षेत्र के लेखपाल गोविंद गुप्ता शिविर पर पहुंचे, उन्हें किसानों के रोष का सामना करना पड़ा।
लेखपाल गोविंद गुप्ता ने जौला डिंडोली के हल्का लेखपाल अनुराग ठाकुर को और रसूलपुर खेड़ी के हल्का लेखपाल को मौके पर बुलवाया और किसानों के कागजों का मिलान किया। इस बीच उप जिलाधिकारी भी शिविर पर पहुंच गए और वहां पर मौजूद किसानों व पत्रकारों को हड़काने लगे उन्होंने कहा कि आप किसानों को गुमराह कर रहे हैं आपको कानूनी नोटिस जारी किया जायेगा।
इस दौरान किसान ओमपाल, योगेश कुमार, सुशील कुमार, प्रदीप कुमार, सन्दीप कुमार, करणपाल, मेहरपाल,मामचंद कश्यप, सरजीत,हिमांशु, विनोद, विनय कुमार, अशोक कुमार फौजी, मनोज कुमार, शमशाद, रिजवान, सलमान, दिलशाद, असलम ओमकारी देवी, रमेशना,ममता, कमलेश, बीरबल सिंह, अजय कुमार आदि किसान मौजूद रहे।