मेरठ। किसानों के निजी नलकूप सोलर से चलेंगे। सरकार की इस योजना से जहां किसानों को बिजली की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा, वहीं अतिरिक्त बिजली बेचकर आय बढ़ाएंगे।
सोलर पंप लगाने के लिए सरकार ने लागत पर 60 प्रतिशत अनुदान देने का निर्णय किया है। पहले चरण में जिले से 145 किसानों का चयन किया जाना है। आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। शीघ्र ही चयनित किसानों के नामों की सूची जारी होगी। बिजली से किसानों के निजी नलकूप चलते हैं। खासकर गर्मियों के दिनों में विद्युत आपूर्ति की खपत बढ़ जाती है, जिसके कारण बिजली आपूर्ति भी प्रभावित होती है। उधर, बिजली की कमी का रोना रोया जाता है। कई बार विद्युत आपूर्ति प्रभावित होने पर फसलों को भी नुकसान पहुंचता है।
सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने और पर्याप्त बिजली मुहैया कराने के लिए सोलर पंप योजना संचालित की है। इस योजना के तहत किसानों को 2 हॉर्स पावर क्षमता से लेकर 10 हॉर्स पावर तक की क्षमता वाले नौ प्रकार के सोलर पंप मिलेंगे। किसानों को सोलर पंप की बाजार कीमत पर 60 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
2 एचपी का तालाब या कुएं की मुंडेर पर रखकर पानी फेंकने वाला सोलर पंप, जिसकी बाजार में कीमत 1,71,716 रुपये है। इस पर किसान को अनुदान के रूप में 63,686 रुपये मिलेंगे। 2 एचपी एसी और डीसी सबमर्सिबल पंप की बाजार कीमत 1,74,073 रुपये है। इस पर 64,816 रुपये सब्सिडी मिलेगी। बाजार में तीन एचपी एसी एवं डीसी सबमर्सिबल पंप की कीमत 2.32 लाख रुपये है।
इस पर 88 हजार रुपये अनुदान मिलेगा। इसी प्रकार पांच एचपी एसी पंप जिसकी कीमत लगभग सवा तीन लाख रुपये है। जिस पर सवा लाख रुपये सब्सिडी मिलेगी। 7.5 एचपी एसी पंप की बाजार में कीमत 4.44 लाख रुपये है तो उस पर 1.72 लाख रुपये सब्सिडी मिलेगी। 10 एचपी एसी पंप की कीमत बाजार में साढ़े पांच लाख रुपये है तो उस पर 2.86 लाख रुपये की सब्सिडी मिलेगी।
उप निदेशक कृषि मेरठ मंडल निलेश चौरसिया ने बताया कि सरकार की योजना के मुताबिक जनवरी में जिले के किसानों ने कृषि विभाग के पोर्टल www.agriculture.up.gov.in पर आवेदन किए थे।