Sunday, November 3, 2024

ग्रेनो प्राधिकरण पर शोकसभा कर किसानों की हुई महापंचायत, कल दिल्ली की तैयारी

नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर धरने पर बैठे किसानों ने बुधवार को शोकसभा कर दुखी मन से महापंचायत की। दर असल आज ग्राम जुनपत निवासी किसान राजवीर सिंह की महापंचायत में शामिल होने के लिए आते समय अचानक सीने में दर्द हुआ। परिवारजन अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

 

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में नौंवे दिन हजारों की संख्या में किसान महापंचायत में शामिल हुए। किसान नेता राजवीर सिंह की मौत पर किसानों ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्वांजलि दी। महापंचायत चंद्रमल प्रधान पतवारी की अध्यक्षता में तथा जगबीर नंबरदार के संचालन में शुरू हुआ। किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों ने बहुत पीड़ा सह ली अब और नहीं सहेंगे। संसद के बजट सत्र के दौरान ही 8 फरवरी को हजारों की संख्या में किसान संसद के लिए मार्च करेंगे।

 

भारतीय किसान परिषद के सुखबीर खलीफा ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि हमें हर हाल में 10 परसेंट के मुद्दे को चुनाव से पहले हल करना है। किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हन्नान मौला ने कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है। किसानों को पक्का मोर्चा लगाकर ही सफलता मिलेगी। किसान सभा के हापुड़ के प्रभारी टीकम नागर ने कहा कि पूरे हापुड़ और गाजियाबाद जिले के किसान संसद मार्च में हिस्सा लेंगे।

 

सिस्टम सुधार संगठन के आगरा से आए अंशुमान ठाकुर ने कहा कि हम पूरी तरह ग्रेटर नोएडा तथा नोएडा के किसानों के साथ हैं। जय जवान जय किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील फौजी ने कहा कि नये कानून को लागू नहीं करना किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। प्राधिकरण से प्रस्ताव पास होकर शासन को गया है हर हाल में लागू करायेंगे।

 

 

किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस गांवों में जाकर किसानों को धरने में आने से रोकने का कार्य कर रही है। यह कार्य संविधान में दिए गए बुनियादी अधिकारों के खिलाफ है। पुलिस का काम है नागरिकों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा करना। पुलिस के अधिकारियों ने संविधान की कसम खाकर नौकरी पाई है। ऐसे में संविधान के खिलाफ जाकर अधिकारी संविधान का ही उल्लंघन कर रहे हैं। वह किसी भी सरकार के नौकर नहीं है, बल्कि वह कानून के नौकर हैं और उन्हें अपनी हर कार्रवाई कानून के अनुसार करनी चाहिए। एनटीपीसी के किसानों के नेतृत्व कर रहे हैं मनमेंदर ने कहा कि किसानों का हक देने के बजाय उन्हें दबाने की कोशिश हो रही है किसान दबे नहीं है ना कभी दबेंगे।

 

 

महापंचायत के दौरान सपा के वरिष्ठ नेता राजकुमार भाटी, जिला यक्ष सुधीर भाटी, भारतीय किसान यूनियन के जितेंद्र भाटी, ओमपाल भाटी, राजकुमार सिंह, डॉक्टर फकीरचंद, गबरी मुखिया, सुरेश यादव, निरंकार प्रधान, विनोद सरपंच, मोहित भाटी, मोहित यादव, मोहित नागर, प्रशांत भाटी, अमित भाटी, सुशील सुनपुरा, किरणपाल, भारतीय किसान यूनियन स्वतंत्रता के राष्ट्रीय अध्यक्ष तरुण शर्मा, भारतीय वीर दल के विजय कसाना, डॉ बबली, नितिन प्रधान, किसान सभा के सहसंयोजक सुशील प्रधान, अध्यक्ष यशपाल भाटी, संजय भाटी, राजू भाटी, कृष्ण पाल भाटी सहित भारी संख्या में महिलाएं एवं युवा मौजूद रहें।

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