मेरठ। गन्ना भुगतान न होने से किसानों में उबाल ला दिया है। भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ मंडल उपाध्यक्ष लोकेश शिवाच की अगुवाई में बुधवार को किसानों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर इस दिशा में संज्ञान लेने की मांग की है।
ज्ञापन में कहा गया है कि जिले की अधिकांश हैं। गन्ना मिले गन्ने का भुगतान तो नहीं कर रही हैं परन्तु जिन किसानों ने मिलों से कर्जा ले रखा है उसे जल्दी काट रही जिसमें किनौनी शुगर मिल सबसे अधिक ले रहा है। भुगतान नहीं मिलने से किसान बिजली का बिल तथा बैंक का कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं। बिजली बिल जमा नहीं करने पर विद्युत विभाग के कर्मचारी किसानों के कनेक्शन काट रहे है।
इसके अलावा किसानों ने ज्ञापन में ग्रामीण इलाकों में रात में बिजली दिए जाने, रजवाहों से माइनरों में पानी टेल तक पहुंचाए जाने, गन्ने का जो बकाया है उसे तुरन्त किसानों क दिलाए जाने,ग्रामीण इलाकों में जबरन बिजली मीटर नहीं लगाए जाने,मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर परतापुर से आगे शौलाना तक दोनो तरफ सर्विस रोड बनवाये जाने आदि की मांग की गई है। किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि किसान नेताओ ने कहा कि 24 घंटे सप्लाई की बात झूठी है। अधिकारी पूरी तरह से फेल हो गए हैं। जिलाध्यक्ष राजवीर लवानिया की अध्यक्षता में नेताओं ने कहा कि अनाप-शनाप बिल भेजे जा रहे हैं। बिल जमा होने के बाद भी कनेक्शन काटे जा रहे हैं।
संविदा कर्मचारी उगाही में लगे हैं। किसानों की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। बता दें कि भारतीय किसान यूनियन ने 15 से 18 जून तक के राष्ट्रीय किसान चिंतन शिविर हरिद्वार में आयोजित किया है। शिविर में किसानों के मुद्दों पर आंदोलन की रणनीति तय होगी। शिविर में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड पंजाब, बिहार राजस्थान छत्तीसगढ़ व दक्षिणी भारत से भी हजारों की संख्या में किसान शामिल होंगे।