शामली। शुगर मिल शामली द्वारा यदि सोमवार को दोपहर 2:00 बजे तक गन्ना किसानों का भुगतान नहीं किया गया तो किसान शामली की कलेक्ट्रेट में तालाबंदी कर देंगे और बेमियादी धरना शुरू देंगे ।यह घोषणा आज किसानों ने की।
दो दिन पहले जिला प्रशासन ने किसानों से दो दिन का समय लिया था और वायदा किया था कि 2 दिन में किसानों का गन्ना भुगतान करा दिया जाएगा लेकिन आज दो दिन बाद भी गन्ना भुगतान न होने पर किसानों ने सोमवार 2:00 बजे कलेक्ट्रेट में ही तालाबंदी करने की घोषणा कर दी है।
आपको बता दें कि सरशादी लाल शुगर मिल पर पूर्व के वर्ष के बकाया करीब 200 करोड रुपए से ज्यादा के गन्ना भुगतान की मांग को लेकर किसान लगातार आंदोलनरत है। किसान शुगर मिल परिसर में ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
धरने के दसवें दिन रविवार की देर शाम को किसान नेताओं ने घोषणा की कि अगर सोमवार की दोपहर 2:00 बजे तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होता तो, सभी किसान शामली कलेक्ट्रेट पहुंचकर तालाबंदी करेंगे और कलेक्ट्रेट के बाहर ही सड़क पर जाम लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे ।
किसान नेताओं की घोषणा के बाद शामली के प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है ।
किसानों के मुताबिक शामली की सरशादी लाल शुगर मिल पर गन्ना किसानों का वर्ष 2022-2023 का करीब 200 करोड रुपये से ज्यादा का गन्ना भुगतान बकाया है। पिछले वर्ष भी किसान गन्ना भुगतान की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे थे।
भुगतान न कर पाने के कारण ही सरशादी लाल शुगर मिल के मालिक ने शुगर मिल को एक अन्य निजी ग्रुप त्रिवेणी को बेच दिया था। जिस ग्रुप ने वर्ष 2023-2024 का गन्ना भुगतान तो समय पर कर दिया। लेकिन वह भी वर्ष 2022-2023 का भुगतान नहीं कर रहा है जबकि मिल खरीदते समय तुरंत भुगतान करने का तय किया गया था।
करीब दो सप्ताह पूर्व भी किसानों ने शुगर मिल में धरना प्रदर्शन कर अपना बकाया भुगतान मांगा था, कई दिनों तक चले आंदोलन के बाद शामली से राष्ट्रीय लोकदल के विधायक प्रसन्न चौधरी और एडीएम शामली संतोष कुमार सिंह ने गन्ना किसानों और मिल प्रबंधन के बीच में कड़ी बनकर किस्तों में बकाया गन्ना भुगतान जारी करने को लेकर समझौता कराया था, जिसमे एक किस्त 45 करोड रुपए की उसी दिन जारी कर दी थी।
इसके बाद करीब 200 करोड़ रुपया गन्ना भुगतान अभी शुगर मिल पर किसानों का बकाया है, जो वायदा उक्त समझौते में हुआ था। उस वायदे को पूरा हुए भी करीब 10 दिन हो गए इसके बाद गन्ना किसानों ने शुगर मिल परिसर में पुनः डेरा डाल दिया और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
दो दिन पूर्व भी एडीएम शामली संतोष कुमार सिंह गन्ना किसानों के बीच पहुंचे और दो दिन का समय मांगा था, यह समय सोमवार को पूरा हो रहा है।
रविवार की देर शाम किसान नेता संजीव शास्त्री ने किसानों से आह्वान किया कि अगर सोमवार की दोपहर 2:00 बजे तक किसानों का बकाया भुगतान की समस्या का समाधान नहीं होता तो, सभी किसान शामली कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे और कलेक्ट्रेट में तालाबंदी करेंगे। यही नहीं कलेक्ट्रेट की तालाबंदी कर ठीक उसके सामने सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन करते रहेंगे और किसान तब तक धरना प्रदर्शन करते रहेंगे, जब तक किसानों का बकाया भुगतान का उचित समाधान नहीं हो जाता है।