नोएडा। सेक्टर-104 में शुक्रवार दोपहर एयरलाइंस कर्मी सूरज मान की गोलियों से भूनकर हत्या करने वाले 2 शूटर मुठभेड़ के बाद दिल्ली में पकड़े गए हैं। दोनों शूटरों का लॉरेंस बिश्नोई और गोगी गिरोह से संबंध होने की बात सामने आई है। मृतक का भाई गैंगस्टर प्रवेश मान कुख्यात नीरज बवाना गिरोह से जुड़ा हुआ है। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि जल्द ही लॉरेंस बिश्नोई,गोगी और नीरज बवाना गिरोह का आमना-सामना होगा। कुख्यात गिरोहों के बीच अब गैंगवार तेज होने की आशंका है। लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवाना गिरोह की दुश्मनी जगजाहिर है। सूरज मान हत्याकांड में शामिल दोनों शूटरों की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने के बाद नोएडा पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क स्थापित किया और बदमाशों से पूछताछ के लिए सफदरजंग अस्पताल पहुंची। हालांकि पुलिस को कोई अहम जानकारी नहीं मिल पाई है। नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई और गोगी गिरोह की मामले मे संलिप्तता सामने आने के बाद शिकंजा कसने का खाका तैयार किया जाएगा। इसके लिए नोएडा पुलिस ने होमवर्क करना शुरू कर दिया है। यह भी पता लगाया जाएगा की सूरज मान हत्याकांड में किसने बदमाशों की मदद की। नोएडा से बदमाशों का क्या संपर्क है और जनपद का कौन कुख्यात गिरोह के बदमाशों के संपर्क में है, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी।
सूरज मान के गैंगस्टर भाई प्रवेश मान की उसके ही खेड़ा खुर्द गांव निवासी गैंगस्टर कपिल मान से दुश्मनी चल रही है। सौ गज प्लॉट के लिए दोनों तरफ की 5 हत्याएं हो चुकी हैं। जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद उसका गैंग कपिल ने संभाला हुआ है। 19 से ज्यादा केस गंभीर धाराओं में दर्ज हैं, मकोका भी लगा हुआ है। मंडोली जेल में बंद है। प्रवेश मान पर भी कई केस व मकोका लगा हुआ है, वह भी मंडोली जेल में है। मई 2022 में खेड़ा खुर्द गांव में कपिल के पिता की हत्या हुई थी। इसमें गवाह अरुण उर्फ मन्नू के भाई पर भी फायरिंग हुई थी। सूरज अपराध की दुनिया से खुद को अलग कर नोएडा में आकर परिवार के साथ रह रहा था। लेकिन पीछा कर उसकी यहां हत्या की गई। नोएडा पुलिस ने गैंगस्टर कपिल मान के भाई धीरज मान व अरुण उर्फ मन्नू को शनिवार को गिरफ्तार कर खुलासा किया था कि कपिल के पिता की हत्या का बदला लेने के लिए सूरज की हत्या करवाई गई है।
बता दें कि एयरलाइंस कर्मी सूरज मान घटना के अगले ही दिन मुख्य साजिशकर्ता धीरज मान और अरुण को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर बाइक सवार तीनों शूटरों की भी पहचान होने का दावा किया था। नोएडा पुलिस की चार टीमें बीते तीन दिन से हाथ पांव मारती रहीं और दिल्ली पुलिस ने शूटरों को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद से अटकलें थीं कि सूरज मान पर गोली चलाने वाले बदमाश दिल्ली क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ सकते हैं। दावा है कि दिल्ली के कुछ पुलिसकर्मी बदमाशों की मदद कर रहे थे और अप्रत्यक्ष तरीके से संपर्क में भी थे।