मुजफ्फरनगर। नई मंडी थाना पुलिस द्वारा रौनक हत्याकांड का खुलासा मात्र 24 घंटे में करते हुए एक बाल अपचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए बाल अपचारी ने पूछताछ के दौरान बताया कि रौनक को पतंग दिलाने के बहाने बहला-फुसलाकर लेकर गया था और ईख के खेत में ले जाकर उसके साथ कुकर्म किया था। इस दौरान रौनक के चिल्लाने पर उसका गला दबा दिया गया, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। रौनक की मौत होने से बाल अपचारी मौके से फरार हो गया।
नई मंडी थाना प्रभारी विजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि दीपक उर्फ बॉबी द्वारा गत 24 फरवरी को थाना नई मण्डी पर लिखित तहरीर देकर बताया कि उसका सात वर्षीय पुत्र रौनक ट्यूशन पढ़कर आने के बाद पतंग लूटने गया था, जो देर रात तक वापस नहीं आया। पीड़ित द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर थाना नई मंडी पुलिस सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर बच्चे की तलाश में जुट गई। उन्होंने बताया कि घर के आस-पास के क्षेत्र में खोजबीन करते हुए शनिवार को बचन सिंह कॉलोनी के पास गऊशाला फार्म में ईख के खेत में एक बच्चे का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही थाना नई मण्डी पुलिस, डॉग स्क्वॉड एवं फॉरेंसिक टीम द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए जानकारी की गयी। मृतक बच्चे की शिनाख्त पीड़ित दीपक उर्फ बॉबी के सात वर्षीय पुत्र रौनक के रूप में हुई।
बच्चें की हत्या के प्रकरण की सूचना से प्रशासनिक अधिकारियों में हडकंप मच गया एवं सीओ मंडी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। वहीं एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय द्वारा रौनक हत्याकांड के लिए टीम का गठन करते हुए जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए गए थे। एसपी सिटी द्वारा गठित की गई टीम ने मात्र 24 घंटे में ही अपनी मुस्तैदी का प्रमाण देते हुए एक बाल अपचारी को गिरफ्तार करते हुए हत्याकांड का खुलासा कर दिया गया।
घटना के खुलासे से संतुष्ट नहीं है रौनक के परिजन
पीड़ित स्वजनों का कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही से संतुष्ट नहीं है। मृतक रौनक के पिता दीपक उर्फ बॉबी उपाध्याय का कहना है कि पुलिस द्वारा किए गए रौनक हत्याकांड के खुलासे में बहुत बड़ा झोल है। उनका कहना है कि पुलिस टीम द्वारा पकड़ा गया हत्यारोपी इतनी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे सकता, मगर पुलिस प्रशासनिक अधिकारी रौनक हत्याकांड को दबाना चाहते हैं, जिस कारण बाल अपचारी पर ही हत्याकांड थोपते हुए पल्ला झाड़ा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए हत्यारोपी द्वारा पूर्व में भी मोहल्ले के तीन मासूम बच्चों के साथ इस प्रकार की घटना को अंजाम दे चुका है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किया गया हत्यारोपी केवल एक मोहरा है, बाकी गिरोह का सरगना कोई और है, जो अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है या फिर यूं कह लीजिए कि पुलिस अपने हाथों को मुख्य आरोपी के गिरेबां तक नहीं पहुंचाना चाहती है।
पीड़ित परिजनों ने पुलिस प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि हत्यारोपी के परिवार को मोहल्ले में रहने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि सब कुछ जानकारी होने के बावजूद भी अनजान बनकर मोहल्ले में रह रहे हैं और अपने बच्चे को अपराध करने के लिए बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हत्यारोपी के परिवार को मकान खाली करके मोहल्ले से बाहर निकाला जाए, ताकि आगे से इस प्रकार की घटना को अंजाम न दिया जा सके और मोहल्ले में रह रहे अन्य मासूम बच्चे अपने घर परिवार में सलामती से परिवार के बीच रह सके।
पीड़ित दीपक उर्फ बॉबी उपाध्याय ने बताया कि मोहल्ले में किराए के मकान में रह रहे पटेल समाज के मासूम बच्चे एवं शर्मा के मासूम बच्चों के साथ कुकर्म की घटना को अंजाम दिया जा चुका है, मगर कोई किसी प्रकार की कार्यवाही न करते हुए केवल डांट फटकार कर ही छोड़ दिया गया, जिससे हत्यारोपी को जुर्म करने के लिए बढ़ावा मिल गया और आज एक गिरोह का सदस्य बनकर अपहरण कर कुकर्म के बाद हत्याकांड की घटना को अंजाम देने में सफल रहा।
रौनक हत्याकांड से मोहल्लेवासी एवं पीड़ित परिवार के लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि रौनक हत्याकांड का खुलासा करने के लिए सीबीआई जांच कराई जाए, ताकि सच सबके सामने आ सके और इस हत्याकांड के सभी आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके।