गाजियाबाद। करोड़ों की फीस लेकर अचानक सेंटर बंद करने वाले फिटजी के एमडी डीके गोयल, केंद्र प्रमुख आशीष गुप्ता, प्रशासनिक प्रमुख भरत सहगल और अन्य कर्मचारी राजीव बब्बर के खिलाफ इंदिरापुरम थाना में नामजद मुकदमा दर्ज किया है।
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इनके खिलाफ बड़ी संख्या में एकत्र हुए अभिभावकों ने पुलिस से शिकायत की थी। आरोप था कि फिटजी ने इंटीग्रेट कोर्स में बच्चों का प्रवेश लेकर पूरी फीस पहले ही जमा करा ली। इसके बाद दो फरवरी को अचानक सेंटर बंद कर दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को 35 से भी ज्यादा अभिभावकों की तरफ से सामूहिक तौर पर तहरीर सौंपी गई थी। उनका कहना था कि उन्होंने फिटजी के इंटीग्रेट प्रोग्राम कोर्स में बच्चों का प्रवेश कराया था। सेंटर में 73 छात्र पढ़ रहे थे, जिनसे फीस के रूप में पौने दो करोड़ रुपये लिए गए थे।
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आरोप है कि फिटजी प्रबंधन के अधिकारियों ने बिना पूर्व सूचना के ही दो फरवरी 2025 को स्टडी सेंटर भी बंद कर दिया। साथ ही इंदिरापुरम स्थित जयपुरिया स्कूल में अनुबंध के तहत होने वाले शिक्षण कार्यक्रम को भी बंद कर दिया। इस वजह से छात्र और उनके माता-पिता दोनों मानसिक रूप से परेशान हैं। साथ ही आर्थिक नुकसान भी हुआ है।
अभिभावकों ने फिटजी प्रबंधन के अधिकारियों पर फीस बतौर जमा कराई रकम हड़पने का भी आरोप लगाया है। एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
फिटजी के कोचिंग सेंटर लगातार बंद होते जा रहे हैं। एनसीआर में कई सेंटर बंद हो चुके हैं। इनमें गाजियाबाद के आरडीसी स्थित सेंटर, इंदिरापुरम के जयपुरिया स्कूल में चल रहा सेंटर, नोएडा के सेक्टर-62 स्थित सेंटर, ग्रेटर नोएडा के नाॅलेज पार्क स्थित सेंटर, दिल्ली के लक्ष्मी नगर स्थित सेंटर शामिल हैं। इनके अलावा मेरठ, वाराणसी और रांची के सेंटर भी बंद हो चुके हैं। सभी जगह एक ही वजह बताई जा रही है कि शिक्षकों का कई महीने से वेतन नहीं मिला।