मुजफ्फरनगर। सभी माता-पिता से अनुरोध है कि बच्चों को जबरदस्ती डिग्री दिलाकर 10-15 हजार की नौकरी कराने के बजाय उन्हें अपना कोई कारोबार कर मालिक बनाने का प्रयास करें। इससे बेरोजगारी की समस्या भी दूर होगी और दूसरों को भी रोजगार दिया जा सकेगा। उक्त विचार जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानंद महाराज ने व्यक्त किये। ऋषभ देव शर्मा व रजत तायल के नये प्रतिष्ठान सुदर्शन इंडस्ट्रीज का फीता काटकर शुभारम्भ करने के बाद स्वामी यतीन्द्रानंद महाराज ने अपने आर्शीवचन में कहा कि आजकल एक ट्रेंड चल रहा है, जिसमें किसी का बच्चा चाहें पढ़ने में होशियार भी न हो, लेकिन उसे जबरदस्ती मोटा पैसा लगाकर डिग्री दिलवाई जा रही है और फिर 10-15 हजार की नौकरी करने पर मजबूर किया जा रहा है।
लोगों को इस भेड़चाल से बचना चाहिए, क्योंकि जो बच्चा पढ़ने में होशियार होगा, तो वह अपनी प्रतिभा के बल पर बड़ा अफसर बनेगा और यदि बच्चे का मन पढाई में ज्यादा नहीं है, तो उसे अपना कोई रोजगार कराना चाहिए, ताकि वह पूरे जीवन नौकर न बनकर मालिक के रूप में अपनी जिंदगी गुजारे, जिससे बेरोजगारी की समस्या भी समाप्त होगी और दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध होगा।
इस अवसर पर श्रीश्री 108 स्वामी महादेव आश्रमजी महाराज ने कहा कि बच्चों को संस्कारी बनाना बेहद जरूरी है और यह संस्कार बचपन से ही माता-पिता को बच्चे में डालने चाहिए, ताकि आगे चलकर वह देश का अच्छा नागरिक बन सके। उन्होंने ऋषभ देव शर्मा व रजत तायल को उज्जवल भविष्य के लिये अपना आशीर्वाद दिया। दोनों महान संतों ने फीता काटकर नये प्रतिष्ठान का शुभारम्भ किया। इससे पूर्व पंड़ित रामचन्द्र मिश्रा ने हवन पूजन सम्पन्न कराया।
स्वामी श्रीभगवान आश्रम महाराज व राजकुमार तायल ने दोनों संतों का माला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर मुजफ्फरनगर बुलेटिन के सम्पादक अंकुर दुआ, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, केके शर्मा, सतीश शर्मा, संदीप शर्मा, रोमित शर्मा, जयभगवान शर्मा, अनिल ऐरटी, बालेन्द्र वर्मा, पंड़ित उमादत्त शर्मा, मास्टर सोहनवीर सिंह, नरेन्द्र उपाध्याय, दिनेश गिरी, उमेश कौशिक, सुभाष शर्मा, राजेन्द्र कौशिक, सेठपाल सेठी उपाध्याय, संजय मिश्रा, कुलदीप गोयल, यशवीर सिंह, रमेश ठाकुर, श्रीमती उषा शर्मा समेत हजारों लोग मौजूद रहे।