रामनगर, (कर्नाटक)। भाजपा के पूर्व मंत्री सी.पी. योगेश्वर ने सोमवार को कहा कि मौजूदा कांग्रेस सरकार जनवरी में संक्रांति के बाद गिर जाएगी। यह बयान महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि योगेश्वर 2019 में कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार को गिराने में शामिल प्रमुख नेताओं में से एक थे।
चन्नापटना कस्बे में पत्रकारों से बात करते हुए योगेश्वर ने कहा कि सरकार का बचना संदिग्ध है।
उन्होंने कहा, ”वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम और कांग्रेस नेताओं की चालबाजियां इसके लिए जिम्मेदार होंगी।”
उन्होंने कहा कि 2023 के बाद बड़े राजनीतिक बदलाव की उम्मीद है। कांग्रेस पार्टी के असंतुष्ट विधायकों ने पहले से ही अलग सोचना शुरू कर दिया है।
योगेश्वर ने कहा, ”हम ‘ऑपरेशन हस्त’ जैसी कोई कार्रवाई नहीं करेंगे। मैं कांग्रेस विधायकों द्वारा दी गई जानकारी साझा कर रहा हूं। कांग्रेस के विधायक सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ विद्रोह का झंडा उठाएंगे।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस के कुछ नेताओं ने व्यक्तिगत रूप से बात की है। कांग्रेस सरकार में विधायक डमी मोहरे बन गए हैं। वे विधायक के रूप में कर्तव्यों का निर्वहन करने में सक्षम नहीं हैं।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। “नेताओं ने उनसे कहा है कि उन्होंने पांच गारंटी योजनाएं लागू की हैं और उन्हें धन नहीं मिलेगा। विकास कार्यों के लिए सरकार के पास फंड नहीं है। कांग्रेस विधायक बेरोजगार हो गए हैं।”
योगेश्वर ने कहा, “संक्रांति उत्सव के बाद आप सभी इसके परिणाम देखेंगे। हम ऑपरेशन नहीं कर रहे हैं। कोई भी हमारे संपर्क में नहीं है।”