Friday, November 22, 2024

भ्रष्टाचार के मामले से ध्यान हटाने और भटकाने के लिए दिल्ली आए हैं टीएमसी नेता : अनुराग ठाकुर

नई दिल्ली। दिल्ली में धरना दे रहे तृणमूल कांग्रेस नेताओं और उनकी नेता ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार घोटालों की सरकार है और अब भ्रष्टाचार के मामले से ध्यान हटाने और भटकाने के लिए ममता बनर्जी ने अपने भ्रष्ट भतीजे को दिल्ली में राजघाट भेजा है।

भाजपा राष्ट्रीय कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि घोटाले पर घोटाले की सरकार है ममता सरकार। कोयला घोटाला, शारदा घोटाला, शिक्षक भर्ती घोटाला, पीएम आवास घोटाला, रोज वैली घोटाला, गौ तस्करी घोटाला। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार के दौरान एक के बाद एक घोटाला सबके सामने आए।

उन्होंने कहा कि आज 2 अक्टूबर का दिन है और इन्होंने तो महात्मा गांधी के नाम से जुड़ी मनरेगा योजना को भी नहीं छोड़ा और उसमें भी भ्रष्टाचार किया। इसलिए सिर्फ राजघाट जाने से काम नहीं चलेगा बल्कि ममता बनर्जी सरकार को यह बताना पड़ेगा कि गरीबों से जुड़ी योजना में भी भ्रष्टाचार करने वाले नेताओं, अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई करने में उनके हाथ क्यों कांप रहे हैं।

ठाकुर ने आरोप लगाया कि 3 फरवरी 2019 को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री जांच में व्यवधान पैदा करने के लिए खुद धरने पर बैठ जाती हैं और आज 2 अक्टूबर, 2023 को एक भ्रष्ट सांसद जो गंभीर आरोपों से घिरे हैं उनके नेतृत्व में हवाई जहाज से अपने कुछ नेताओं को उस भ्रष्टाचार के मामले को दबाने और एक अलग विषय बनाने के लिए दिल्ली भेजती हैं।

उन्होंने कहा कि ममता सरकार आरोप लगाती हैं कि केंद्र सरकार से महात्मा गांधी नेशनल रूरल एंप्लॉयमेंट गारंटी के लिए पश्चिम बंगाल को फंड नहीं मिल रहा है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि मनरेगा को यूपीए के शासनकाल में 14,985 करोड़ रुपये मिले, जबकि एनडीए की सरकार के दौरान 2021 में 54,150 करोड़ रुपये मिले। प्रधानमंत्री आवास योजना को यूपीए के समय 4,466 करोड़ रुपये मिले और एनडीए के दौरान 30,000 करोड़ रुपये मिले। एनआरएलएम को यूपीए के समय 626 करोड़ रुपये मिले थे और एनडीए सरकार में 74,034 करोड़ रुपये मिले।

केंद्रीय मंत्री ने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से घिरे होने और उनके खिलाफ चल रहे ईडी जांच का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की तरफ से पश्चिम बंगाल को फंड में कोई कमी नहीं की गई लेकिन जब वहां गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया तो केंद्रीय टीम ने राज्य का दौरा कर जांच की।

केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को जांच कर कार्रवाई करने और एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) देने को कहा लेकिन बार-बार मांगने के बाद भी राज्य सरकार ने कोई एटीआर नहीं दिया। भ्रष्टाचार के मामले पर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई और अब भ्रष्टाचार के मामले से लोगों का ध्यान हटाने और लीपापोती करने के लिए अपने भ्रष्ट भतीजे, जो भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में ईडी के चक्कर काट रहे हैं, के साथ अपने नेताओं को हवाई जहाज से दिल्ली भेजा है।

 

 

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