देहरादून। देहरादून में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश में उबाल है। एक तरफ जहाँ युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर शुक्रवार को प्रदेशबंद किया गया है तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने डीएम ऑफिस का घेराव किया।
साथ ही डीएम ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी युवा शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी युवाओं की वहीं घेराबंदी कर दी है। प्रदर्शनकारी भी वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इस दौरान युवाओं और पुलिस की आपस में नोकझोंक भी हुई है।
युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को अब तमाम विपक्षी दल भी भूनाने में पीछे नहीं हैं। खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को चौतरफा घेर रही है। कांग्रेस भी युवाओं के इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दे रही है। युवाओं को अपना समर्थन देने के लिए पूर्व सीएम हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे।
इस दौरान उनके के साथ कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल रहे। वहीं प्रदर्शन के दौरान अचानक हरीश रावत की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद एंबुलेंस में चिकित्सकों द्वारा उनका परीक्षण किया गया।
बीते रोज बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज और गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं, जबकि बेरोजगार युवाओं की छोटी सी मांग है कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक उत्तराखंड सरकार परीक्षाओं को रद्द करें, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और अपनी मनमानी कर रही है।
हरीश रावत ने कहा कि सरकार गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहा कर उनसे वार्ता करें और जो भी उनके हक में हो, वैसा फैसला करें।
वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वो बेहद निंदनीय है।
यशपाल आर्य ने कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।